रायपुर प्रेस क्लब में जांच रिपोर्ट जारी करते हुए पार्टी नेताओं ने कहा, मृतिका मनिता पंडरापाट हायर सेेकंडरी स्कूल की छात्रा थी। एक मार्च को परीक्षा के दौरान बोर्ड का उडऩ दस्ता स्कूल पहुंचा था। नकल की आशंका होने पर कुछ छात्र-छात्राओं की तलाशी ली गई। कुछ छात्राओं को दूसरे कमरे में ले जाकर कपड़े उतरवाकर तलाशी ली गई। इनमें मनिता भी शामिल थी।
जकांछ नेताओं का दावा है कि इसकी पुष्टि साथ में परीक्षा दे रही छात्राओं ने की है। दावा है कि उडऩदस्ते ने मनिता के पास से कोई नकल सामग्री पकड़ी या नहीं, इसकी जानकारी देने से स्कूल प्रबंधन ने इनकार कर दिया है। मृतका के भाई और मां के हवाले से कहा गया कि परीक्षा से लौटने के बाद मनिता उदास थी। उसने तलाशी की बात घर में बताई थी।
एक सामाजिक कार्यक्रम में दूसरे पारा से लौटने के बाद उसने आत्महत्या कर लिया। जांच दल में एमएस पैकरा, ऋचा जोगी, संजीव अग्रवाल, उमा पुरेना, दानिश रफीक, रूखमणी साहू, नवल सिंह राठिया, शशि कुमार भगत और अनोज गुप्ता शामिल थे। जांच दल 12 मार्च को जांच के लिए गया था।
सरकार से 50 लाख मुआवजा मांगा
जकांछ ने विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा से संबंधित पीड़ित परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। इसके साथ ही कपड़े उतारकर तलाशी लेने के लिए दोषी और जिम्मेदार अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की भी मांग की गई है।