scriptछत्तीसगढ़ सेक्स सीडी कांड: विनोद वर्मा की न्यायिक रिमांड 23 दिसंबर तक बढ़ी | Judicial remand increases of Vinod Verma till Dec 23 | Patrika News
रायपुर

छत्तीसगढ़ सेक्स सीडी कांड: विनोद वर्मा की न्यायिक रिमांड 23 दिसंबर तक बढ़ी

छत्तीसगढ़ के मंत्री की कथित सेक्स सीडी कांड में आरोपी विनोद वर्मा को एक बार फिर 23 दिसंबर तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।

रायपुरDec 11, 2017 / 01:17 pm

Ashish Gupta

Vinod Verma

सेक्स सीडी कांड: आज पेश होगी विनोद वर्मा की जमानत अर्जी, पुलिस ने की पांच संदेही से पूछताछ

रायपुर . छत्तीसगढ़ के मंत्री की कथित सेक्स सीडी कांड में आरोपी विनोद वर्मा को न्यायिक रिमांड अवधि पूरी होने के बाद सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए विनोद वर्मा को 23 दिसंबर तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।

कोर्ट में धारा 156 3 के तहत लगाए गए आपत्ति पर 1 घंटे से अधिक समय तक बहस चली। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने बचाव पक्ष की दलील सुनने के बाद 15 दिसंबर को फैसला सुनाएंगे। विनोद वर्मा के अधिवक्ता फैजल रिजवी ने पुलिस द्वारा सीडी के साथ छेड़छाड़ करने की आशंका जताई है।
इससे पहले मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडीकांड में एसआईटी के अधिकारी गवाहों की तलाश करने में जुटी हुई है। सीबीआई के निर्देश पर इसकी कवायद की जा रही है। संदेह के दायरे में आने वाले सभी 40 लोगों से लगातार संपर्क किया जा रहा है। इसमें से 10 लोगों को गवाह बनाने की तैयारी की जा रही है।
बताया जाता है कि गाजियाबाद के इंदिरापुरम कालोनी के दो सुरक्षा गॉर्ड, एक चौकीदार, एक स्थानीय निवासी सहित दिल्ली के सीडी दुकान संचालक, उसे रायपुर लेकर आने वाले और एक अन्य का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। उन्हे कोर्ट में सरकारी गवाह के रूप में पेश किया जाएगा।
राज्य पुलिस के अधिकारी उन्हे इसके लिए तैयार करने में जुटे हुए है। बताया जाता है कि जांच के दौरान इन सभी से पूछताछ कर बयान लिया गया था। इसमें से अधिकांश की भूमिका इस मामले में संदिग्ध बताई जाती है।

चार्जशीट तैयारी होगी
राज्य पुलिस के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गवाहों की संभावित सूची बनाई जा रही है। उन्हें प्रभावित किए जाने की आशंका को देखते हुए पुलिस उन पर निगरानी रखे हुए है। बताया जाता है कि अदालत में चार्जशीट पेश करने के दौरान उनके नाम अदालत में पेश किए जाएगें। गौरतलब है कि इस मामले में पुलिस को 60 दिन में चलान पेश करना है। इस समय करीब 45 दिन बीत चुके है। सीबीआई की टीम ने अब तक जुर्म ही दर्ज नहीं किया है।

एसआईटी के अफसरों ने बताया कि टीम सीडीकांड में साक्ष्य की तलाश करने में जुटी हुई है। जांच के दौरान मिले इलेक्ट्रानिक और दस्तावेजों को जब्त करने के बाद इसे जांच के लिए भेजा गया है। इससे संबंधित जानकारियों को वह खंगाल रहे है। सीबीआई के आने पर उन्हें इनपुट सहित पूरी रिपोट्र सौंपी जाएगी। बताया जाता है कि संदेहियों के मोबाइल नंबर और उनके लोकेशन को सूचीबध्द किया जा चुका है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो