बता दें कि आतंकवादियों ने बिजबेहरा शहर में मंगलवार को सीआरपीएफ (CRPF) की टीम पर फायरिंग कर दी। हमले में घायल हुए शिवलाल नेताम को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल और बाद में अनंतनाग के अस्पताल भेजा गया। यहां डॉक्टरों ने जवान को मृत घोषित कर दिया। शहीद जवान पतोड़ा गांव के पूर्व सरपंच दुसुलाल निजाम की बेटे हैं। शहीद जवान की दो बेटियां हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम भी शहीद जवान के रिश्तेदार हैं।
संवाददाताओं से बातचीत में मोहन मरकाम ने कहा, शहादत की खबर मिलने के बाद से ही सही परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। पिछले 24 घंटे से उन लोगों के मुंह में पानी तक नहीं गया है। पुलिस के जिम्मेदार जो लगातार हेलीकॉप्टरों का उपयोग करते हैं, आलतू-फालतू घूमते रहते हैं, लेकिन शहीद जवान के पार्थिव शरीर को घर तक पहुंचाने के लिए उनके पास हेलिकॉप्टर नहीं है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। बाद में मरकाम ने अपने ट्विटर हैंडल से भी आक्रोश जताया।
सीआरपीएफ के एक अफसर ने बताया कि शहीद के शव को राज्य पुलिस के हेलीकॉप्टर से नहीं ले जाया जा सकता था, क्योंकि उसमें उतनी जगह नहीं है। वायुसेना के एमआई-16 हेलीकॉप्टर से शव ले जाने की तैयारी थी, लेकिन उनके पायलट होम क्वॉरेंटाइन में है।