वेबिनार का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार स्वास्थ्य परियोजनाओं को समाहित कर नीतियां बना रही है। उपचार के साथ ही पूर्ण स्वास्थ्य पर जोर दिया जा रहा है। कोविड-19 के इलाज में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अपनाई जा रही रणनीतियों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इन्हीं नीतियों की मदद से 2025 तक टीबी और 2030 तक मलेरिया का उन्मूलन किया जा सकता है। इस अवसर पर बताया गया कि देशभर में वेलनेस सेंटर्स की संख्या 60 हजार से बढ़ाकर 1.50 लाख की जा रही है। इसमें 12 प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी। विशेषज्ञों ने महाराष्ट्र, केरल और छत्तीसगढ़ में कोविड-19 के बढ़ते रोगियों का उल्लेख करते हुए कहा कि निरंतर टेस्टिंग से ही कोविड की दूसरी लहर को रोका जा सकता है।
वेबिनार के पश्चात् एम्स के निदेशक नागरकर ने कहा कि वेबिनार की मदद से सरकार की महत्वकांक्षी स्वास्थ्य परियोजनाओं को लागू करने में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में जिला स्तर पर संयुक्त रूप से कार्य करने की आवश्यकता है, जिससे स्वास्थ्य की आधारभूत संरचना को मजबूत बनाया जा सके। सार्वजनिक और निजी संस्थान मिलकर सभी को स्वास्थ्य सेवाएं, दवाइयां और चिकित्सक कम लागत पर उपलब्ध कराने का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।