पुलिस के मुताबिक रायपुरा आरडीए कॉलोनी निवासी छत्तीसगढ़ी गायिका तारा साहू की चार माह पहले हेनरी बारबेल से फेसबुक के माध्यम से दोस्ती हुई थी। दोनों के बीच काफी चैटिंग हुई। इसके बाद वॉट्सऐप और वॉइस कॉल के जरिए संपर्क बना रहा। कुछ दिन बाद हेनरी ने तारा को गिफ्ट भेजा। उसने बताया कि गिफ्ट में डायमंड रिंग, घड़ी, पर्स, मोबाइल व नकद पाउंड है।
तारा ने गिफ्ट स्वीकार करने की सहमति दे दी। दो दिन बाद दिल्ली के नंबर से एक व्यक्ति ने फोन किया और खुद को बेस्ट शिपिंग कूरियर कंपनी से सुमिरता कुमार बताया। उसने कहा कि हेनरी ने गिफ्ट भेजा है। इसे छुड़ाने के लिए हमारे खाते में 35 हजार रुपए जमा कर दो। तारा ने उसके बताए खाता नंबर में 35 हजार रुपए जमा कर दिया। इसके अगले दिन उसने फिर फोन किया और कहा कि गिफ्ट में विदेशी मुद्रा भी है, जो गलत तरीके से भारत आ रहा है। इसे लेने के लिए 95 हजार रुपए जमा करना होगा। तारा ने फिर 95 हजार रुपए उनके खाते में जमा कर दिया।
इसके बाद एजेंट ने फिर फोन किया और कहा कि इस राशि पर इनकम टैक्स लगेगा। इसके लिए 3 लाख 10 हजार रुपए और जमा करना पड़ेगा। इससे तारा इनकार करने लगी, तो हेनरी ने फोन करके जमा करने के लिए कहा और आश्वासन दिया कि गिफ्ट मिलने के बाद पूरी रकम की पूर्ति हो जाएगी। फिर 3 लाख 10 हजार रुपए जमा कर दिया। इसके बाद फिर 5 लाख 20 हजार रुपए जमा करने के लिए हेनरी और कूरियर कंपनी वाले दबाव बनाने लगे। अब तारा के पास पैसे नहीं थे। इससे परेशान हो गई।
लोन के चक्कर में फिर ठगी गई
गिफ्ट को छुड़ाने के लिए तारा के पास जितनी राशि थी, पूरी खत्म हो गई। इसके बाद उसने मां जगदम्बा फायनेंस कंपनी से 5 लाख रुपए लोन के लिए आवेदन लगाया, ताकि लोन की राशि से गिफ्ट छुड़वा सके। फायनेंस कंपनी के रानी तिवारी से संपर्क किया। रानी ने 300 रुपए लेकर लोन संबंधी जानकारी दी और बताया कि 24 घंटे के भीतर 5 लाख का लोन मिल जाएगा, लेकिन इसके लिए 3100 फाइल चार्ज लगेगा।
इसके बाद अलग-अलग शुल्क बताकर 1 लाख 64 हजार रुपए जमा करवा लिए, लेकिन लोन स्वीकृत नहीं किया। इस तरह तारा से हेनरी और उसके साथी व फायनेंस कंपनी की रानी ने कुल 8 लाख 16 हजार 400 रुपए ठग लिए। 5 लाख 20 हजार नहीं भेजने के कारण उसको गिफ्ट नहीं मिल पाया और रानी ने लोन स्वीकृत नहीं कराया। इसके बाद आरोपियों ने अपना-अपना फोन बंद कर दिया।