पूरे प्रदेश में मनाया गया पर्व
छत्तीसगढ़ का पारंपरिक लोकपर्व छेरछेरा पूरे प्रदेश में हर्षोल्लास से मनाया गया। दिनभर घर के द्वार पर छेरछेरा कह कर पुकारने वाले शख्स को अन्नदान के रुप में दान दिया गया। पर्व को लेकर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों काफी उत्साह देखने को मिला। पौष मास की पूर्णिमा में मनाए जाने वाले इस पर्व में लोगों ने सुबह नदी व तालाब में स्नान कर भगवान की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। मान्यता है कि ऐसे करने से मन की ईच्छाएं पूरी होती है। इसके अलावा घर में कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजन का भोग भगवान को लगाया गया।