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इससे सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। इसके साथ ही अनियंत्रित और घटिया अवैध शराब से लोगों की जान का खतरा बना रहता है। मंत्रीमंडल की बैठक में यह तय किया गया था कि ड्यूटी कम कर दी जाए। जिससे शराब की तस्करी से बेंची जाने वाली शराब छत्तीसगढ़ से महंगी हो। अन्य राज्यों से होने वाली तस्करी कम होने से राजस्व में बढोत्तरी होगी।न खुलेगी न बंद होगी कोई शराब दुकान
2021-22 वित्तीय वर्ष शराब की कोई दुकान बंद नहीं की जाएगी। न ही दुकानों की संख्या बढ़ाई जाएगी। नई नीति के मुताबिक शराब, भांग जैसी मादक वस्तुओं की बिक्री और पर टैक्स वसूली प्रावधान होता है। गुरुवार को नई नीति जारी की जाएगी।
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इसलिए लिया फैसला
आबकारी विभाग के आंकड़े बताते हैं कि जनवरी 2019 से 2021 तक प्रदेश में अंग्रेजी शराब तस्करी के 6560 मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें पांच करोड़़ 71 लाख 63 हजार 604 रुपये की शराब जब्त की गई। इसमें से 28 हजार 350 लीटर शराब दूसरे राज्यों की मिली थी। जिसकी कीमत करोड़ 37 लाख 20 हजार 432 रुपये बताई जा रही है। इसके अलावा कई गुना लोगों तक पहुंचा कर खपा दी गई।