उरला में रहने वाली सलोनी दर्द और जोश से भरी हुई है। दर्द जब हावी हो जाता है तो वो दुखी होकर अपनी दांस्तान सुनाती है और उस समय वो जोश से भर जाती है और कहती है कि मेरे साथ तो बहुत बुरा हु्आ है लेकिन मैं किसी दूसरी लडक़ी के साथ ऐसा नहीं होने दूंगी और इस इंसान को सजा दिलवाकर रहूंगी जिसने मेरे साथ शादी का खेल खेला है।
दूसरी लडक़ी का जीवन न बिगाड़े इसलिए इसे सजा तो जरूरी है
मेरा जीवन तो बर्बाद कर दिया लेकिन ये आदमी किसी दूसरी लडक़ी का जीवन न बिगाड़े इसलिए इसे सजा तो दिलाकर रहूंगी। आर्थिक रूप से मैं कमजोर हूं। माता-पिता ने दस लाख रुपए शादी में लगा दिए अब उनके पास भी रुपए नहीं है लेकिन मैं उस आदमी को सजा दिला कर रहूंगी। सलोनी ने बताया कि मेरे साथ धोखे से शादी कर दहेज के लिए दबाव बना रहे थे।
जब मैंने विरोध किया तो मारपीट करने के साथ ही मुझे शादी के एक हफ्ते बाद ही घर से निकाल दिया। उरला में रहने वाली सलोनी मिश्रा ने उरला पुलिस में भी मदद के लिए गुहार लगाई लेकिन पुलिस मामले को दूसरे राद्य का बता कर टाल रही है।
वहीं महिला थाने में भी चार बार काउंसिलिंग हो चुकी सलोनी का पति एक ही बार काउंसिलिंग में आया है महिला थाने से अभी 18 जून की तारीख मिली है यदि इस तारीख पर भी सलोनी का पति नहीं आता है तो महिला थाना द्वारा जांच करके एफआईआर दर्ज की जाएगी।
सखी सेंटर में भी चल रहा है केस
सलोनी ने बताया कि पुलिस से तो कोई मदद ही नहीं मिल पा रही है। जब मेरी शादी यहीं हुई है तो मामला तो यहीं पर दर्ज होना चाहिए। कानून में भी ये प्रावधान है कि महिला जहां रहती है वहीं मामला दर्ज किया जाए लेकिन उरला पुलिस कहती है कि हम यहां से केस को जीरो करके जांच के लिए राची पुलिस को भेज देते है।
सलोनी को यहां से कोई राहत नहीं मिली वहीं महिला थाने में भी मामला को टाला जा रहा है वहां कोई प्रभारी ही नहीं थी इसलिए ममाले को थाने द्वारा टाला जा रहा है। अभी मैंने सखी सेंटर में मामला दर्ज करवाया है वहां भी अभी तक मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।