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छत्तीसगढ़ के फेरोएलाइज से यूरोप, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, जापान, कोरिया में बन रहा स्टील, विदेशी निर्यात शुरू

locationरायपुरPublished: May 06, 2020 05:12:41 pm

Submitted by:

Karunakant Chaubey

यूरोप के कई देशों के साथ ही यूएसए, आस्ट्रेलिया, जापान, कोरिया, मैक्सिको, ब्राजील, अर्जेंटीना, बांग्लादेश आदि देशों में छत्तीसगढ़ के फेरोएलाइज की सप्लाई की जा रही है। छत्तीसगढ़ के रॉ मटेरियल्स से विदेशों में स्टील उत्पाद बनाए जा रहे हैं।

रायपुर. कोरोना महामारी से मुकाबला करने के लिए प्रदेश के औद्योगिक जगत ने कमर कस ली है। राज्य सरकार की अनुमति के बाद प्रदेश के कई छोटे-बड़े स्टील सेक्टर में नियम व शर्तों के साथ काम शुरू हो चुका है। इन उद्योगों में स्टील उत्पादन जारी है, वहीं अब विदेशों में भी स्टील निर्माण के लिए आवश्यक रॉ मटेरियल्स फेरोएलाइज की सप्लाई शुरू हो चुकी है।

यूरोप के कई देशों के साथ ही यूएसए, आस्ट्रेलिया, जापान, कोरिया, मैक्सिको, ब्राजील, अर्जेंटीना, बांग्लादेश आदि देशों में छत्तीसगढ़ के फेरोएलाइज की सप्लाई की जा रही है। छत्तीसगढ़ के रॉ मटेरियल्स से विदेशों में स्टील उत्पाद बनाए जा रहे हैं। सीआईआई छत्तीसगढ़ से मिली जानकारी के मुताबिक विश्वभर में कोरोना का खौफ है, वहीं इस महामारी की वजह से कई देशों में अर्थव्यवस्था तबाह हो चुकी है।

ऐसे समय में अर्थव्यवस्था की रफ्तार के लिए उद्योगों में काम शुरू हो चुका है। छत्तीसगढ़ के फेरोएलाइज की डिमांड विश्व के ऐसे देश जहां कोराना का प्रभाव है, वहीं ऐसे भी देश जहां कोरोना प्रकरणों की संख्या काफी कम है, दोनों प्रकार के देशों से डिमांड आ रही है। इससे कहीं ना कहीं छत्तीसगढ़ की भी अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है। विदेशी निर्यात जारी है। महामारी के पहले से ही इन देशों में फेरोएलाइज की सप्लाई की जा रही है। उत्पादन शुरू होने के बाद पहली खेप भेजी जा चुकी है।

विदेशी कंपनियों को न्यौता

राज्य सरकार ने इस वैश्विक महामारी की वजह से नुकसान होने के बाद दुनियाभर की बहुराष्ट्रीय कंपनियों को छत्तीसगढ़ में निर्माण के लिए आमंत्रित किया है। ऐसा माना जा रहा है कि बड़े नुकसान के बाद कई मल्टीनेशनल कंपनियां चीन से निकलने की कोशिश कर रही है। ऐसी कंपनियों को छत्तीसगढ़ में आमंत्रित किया जाएगा। राज्य सरकार ने इसकी जिम्मेदारी उद्योग विभाग को सौंपी है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीते दिनों छत्तीसगढ़ राज्य में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के संबंध में उद्योग विभाग की प्रस्तावित कार्ययोजना को सैद्धांतिक सहमति दी थी। विदेशी निवेश सम्बंधी त्वरित निर्णय लेने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में वरिष्ठ सचिवों की समिति गठित करने की सहमति भी दी गई है। मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार पिंगुआ को कुछ चुनिंदा सेक्टर के उद्योगों को छत्तीसगढ़ में आमंत्रित करने के लिए आवश्यक चर्चा एवं पत्राचार करने शुरू करने को कहा है।

500 से अधिक उद्योगों में काम शुरू

उद्योग विभाग के मुताबिक प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 500 से अधिक उद्योगों में काम शुरू हो चुका है, जिसमें 70 हजार के करीब मजदूर काम कर रहे हैं। प्रदेश के अन्य उद्योग भी धीरे-धीरे शुरू हो रहे हैं। इसके लिए विभाग में जरूरी नियम व शर्तों की जानकारी ली जा रही है। राज्य सरकार ने अब सभी तरह के उद्योगों में काम शुरू करने के लिए इजाजत दे दी है। मजदूरों की कमी की वजह से कई सेक्टरों में काम अभी भी शुरू नहीं हो सका है।

संबंधित कार्यालय से साधेंगे संपर्क

मल्टीनेशनल कंपनियों की शाखाएं देश के भीतर भी संचालित हैं। उद्योग विभाग के आला अधिकारी इन कंपनियों से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं कंपनियों को सुविधाएं और रियायतें भी देने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।

छत्तीसगढ़ से बड़ी मात्रा में स्टील बनाने के लिए फेरोएलाइज का निर्यात यूरोप, यूएसए, जापान, कोरिया, आस्ट्रेलिया, मैक्सिको, बांग्लादेश, श्रीलंका आदि देशों में किया जा रहा है। विदेशी कंपनियों के छत्तीसगढ़ में निवेश की योजना से राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

-अमित अग्रवाल

चेयरमेन, सीआईआई छत्तीसगढ़ काउंसिल

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