दिवंगत अजीत जोगी की अंतिम यात्रा और नर्मदा सहित क्षेत्र की नदियों में उनके कब्र की मिट्टी विसर्जित किए जाने के कार्यक्रमों से अमित जोगी ने राजनीतिक संदेश दे दिया है। उधर, कांग्रेस ने भी मरवाही में मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम मंगलवार को 2 दिन के दौरे पर मरवाही-पेंड्रा पहुंच गए।
उन्होंने स्थानीय जिला और ब्लाक समिति के साथ बैठक की। इसमें बूथ स्तर पर संगठन को चुनाव के लिए सक्रिय करने की रणनीति बनी। नेताओं ने बताया कि उप चुनाव को ध्यान में रखकर बूथ स्तर से लेकर सभी कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देकर मजबूत किया जा रहा है। कार्यकर्ताओं के मोबाइल नंबर के साथ लिस्ट तैयार की जा रही है ताकि उनसे कभी भी संपर्क किया जा सके।
कांग्रेस भाजपा में कई दावेदार
मरवाही में भाजपा और कांग्रेस के कई स्थानीय नेता टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। कांग्रेस से पिछला चुनाव लड़े गुलाब राज के अलावा प्रमोद परंतु और अजीत सिंह श्याम का दावा प्रमुखता से उभरा है। मुख्य चुनाव में भी इन्होंने टिकट मांगा था।
भाजपा की ओर से पूर्व विधायक रामदयाल उइके का नाम आ रहा है। राज्य गठन के समय उइके भाजपा के टिकट पर यहां विधायक थे। उन्होंने अजीत जोगी के लिए सीट छोड़ी थी और कांग्रेस में शामिल हो गए। पिछले चुनाव से ठीक पहले उन्होंने भाजपा में वापसी की। उनके अलावा समीरा पैकरा, अर्चना पोर्ते भी दावेदारी कर रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि पूर्व में हुए नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के परिणामों पर समीक्षा के बाद संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत किया जाएगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि संगठन जनता तक केंद्र सरकार की उपलब्धियां पहुंचाने में लगा है। उसके बाद मरवाही पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
कांग्रेस की इस मोर्चेबंदी के बावजूद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष अमित जोगी आश्वस्त हैं। पत्रिका से बातचीत में उन्होंने कहा कि 29 जून को उनके दिवंगत पिता की आत्मा की शांति के लिए सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन है। उससे पहले कोई राजनीतिक बात उचित नहीं होगी। कांग्रेस वहां तैयारी कर रही है, यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया है, लेकिन वहां सत्ता की लड़ाई जनता के साथ है। वहां तो मरवाही की जनता ही चुनाव लड़ती है।