सभी के बयान दर्ज फर्म के संचालक और काम करने वाले कर्मचारियों से पूछताछ कर बयान लिया जा रहा है। उनकी जानकारी के आधार पर दस्तावेजों का मिलान किया जाएगा। साथ ही टैक्स चोरी की रकम और इससे जुड़े हुए अन्य लोगों से पूछताछ होगी। बताया जाता है कि फर्म के संचालक पर पिछले काफी समय से आयकर विभाग द्वारा नजर रखी जा रही थी। बता दें कि आयकर अन्वेषण विभाग की 10 सदस्यीय टीम ने गुरुवार को महोबा बाजार स्थित स्टील ट्रेडिंग कंपनी के दो ठिकानों पर दबिश दी थी।
कारोबारी रिश्ते स्टील ट्रेडिंग कंपनी द्वारा मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा सहित कई अन्य राज्यों के कारोबारियों उद्योगपतियों और बिल्डरों को स्टील की आपूर्ति की जाती थी। इसमें कुछ लोगों के कनेक्शन अप्रत्यक्ष रूप से मध्यप्रदेश में आयकर विभाग द्वारा की गई कार्रवाई के जद में आने वाले से मिले है। इसे देखते हुए सभी दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है। साथ ही इससे जुड़े हुए सभी इनपुट को खंगाला जा रहा है। हालांकि आयकर विभाग के अफसरों ने इसे रूटीन कार्रवाई बताते हुए टैक्स की हेराफेरी से जुड़ा मामला बताया है। साथ ही सभी पहलुओं पर जांच करने की बात कही है।
करोड़ों का टर्नओवर कमीशन पर काम करने वाले फर्म का वार्षिक टर्नओवर करीब 300 करोड़ रुपए का बताया जाता है। वहीं कई बड़ी कंपनियों से सीधे लेन देन करने और माल की डिलीवरी करने की जानकारी मिली है। इसे देखते हुए उसके कुछ करीबी लोगों के संबंध में इनपुट जुटाए जा रहे है। उसके पिछले ६ वर्ष के पुराने रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। बताया जाता है कि दोनों ही स्टील ट्रेडिंग कंपनी एकल स्वामित्व वाली है। लेकिन अधिकांश लेन देन में उसकी पत्नी का नाम भी सामने आया है। इसे देखते हुए फर्म के बैंक खाते, लेन देन के स्टेटमेंट, विभिन्न वाउचर्स और आयकर रिटर्न की फाइलों को जांच के दायरे में लिया गया है।