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रायपुर

बसपा विधायक को अब तक नहीं मिला इसका जवाब… इसलिए विधानसभा में लगाया पांचवीं बार सवाल

छत्तीसगढ़ के बसपा विधायक केशव चंद्रा ने अपने सवाल का जवाब नहीं मिलने पर विधानसभा के मानसून सत्र में पांवचीं बार सवाल लगाया है।

रायपुरJul 02, 2018 / 12:39 pm

Ashish Gupta

Chhattisgarh Assembly Monsoon Session

बसपा विधायक को अब तक नहीं मिला इसका जवाब… इसलिए विधानसभा में लगाया पांचवीं बार सवाल

राजकुमार सोनी/रायपुर. जैजेपुर से बसपा के विधायक केशव चंद्रा ने जुलाई में प्रारंभ होने जा रहे विधानसभा सत्र में एक बार फिर लोक स्वास्थ्ययांत्रिकी विभाग से यह जानना चाहा कि ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजनाकी भारी-भरकम रकम का उपयोग दूसरे मद में क्यों और कैसे कर लिया गया? चंद्रा इससे पहले वर्ष 2017 में 2 मार्च, 3 अगस्त, 21 दिसम्बर व वर्ष 2018 में 8 फरवरी को यह सवाल पूछ चुके हैं कि कोरबा जिले के छिंदई नालाइलाके में 13 गांव के लिए जो जल प्रदाय योजना बनाई गई थी उसे अचानक क्यों बंद कर दिया गया?
योजना के लिए 10 करोड़ 88 लाख स्वीकृत किए गए थे उस राशि का क्या हुआ? चंद्रा ने आरोप लगाया कि उनके सवालों का सही जवाब इसलिए नहीं मिल रहा है क्योंकि अफसरों ने बजट की राशि का दुरुपयोग किया है। उन्होंने कहा कि जब तक ‘क्यों और कैसेÓका जवाब नहीं मिलेगा वे सवाल पूछते रहेंगे।

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ने दिया है यह जवाब
विधानसभा में पूर्व में पूछे गए सवालों पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ने जानकारी दी है कि करतला के छिंदई नाला आधारित13 गांव के लिए जल प्रदाय योजना की तकनीकी और प्रशासकीय दोनों तरह की स्वीकृति दी गई थी, लेकिन जब जल स्त्रोत का पता नहीं चल पाया तो योजना बंद कर दी गई। मंत्री ने बताया कि जो राशि मंजूर की गई थी उस पैसे से हैंडपंप के लिए स्पेयर पार्टस, सब मर्सिबलपंप और स्टेशनरी का सामान खरीद लिया गया है। इसके अतिरिक्त पानी टंकियों की सफाई, कंप्यूटरों की रिपयेरिंग, कर्मचारियों को प्रशिक्षण पर भी खर्च किया गया है।

विधायक चंद्रा का कहना है कि जल स्त्रोत उपलब्ध नहीं होने के बाद भी योजना इसलिए प्रारंभ की गई क्योंकि अफसरों को आपस में बंदरबांट करनी थी। योजना की तकनीकी और प्रशासकीय स्वीकृति के बाद बजट में राशि जारी हो गई तो स्पेयरपार्टस और कंप्यूटर रिपयेरिंग के नाम पर दस करोड़ से अधिक राशि का खर्च कर लिया जाना दर्शा दिया गया? विधायक ने कहा- जो बजट जिस मद केलिए मंजूर होता है उसका पैसा उसी मद पर खर्च होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।

खर्च करने के लिए ली थी मंजूरी
बिलासपुर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के चीफ इंजीनियर अजय साहू ने कहा कि जब मैं कोरबा में कार्यकारी अभियंता था, तब योजना को अमलीजामा पहनाया गया था। यह सही है कि योजना के लिए बजट में अच्छी-खासी रकम का प्रावधान किया गया था। जल का स्त्रोत नहीं मिलने से योजना बंद हो गई तो उसका पैसा विभाग के ही अन्य मदों पर खर्च कर दिया गया। इन पैसों को खर्च करने के लिए तात्कालीक प्रमुख अभियंता आरएन गुप्ता से मंजूरी ली गई थी।

विधानसभा का मामला, मैं कुछ नहीं बोलूंगा
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के ईएनसी टी.जी. कोसरिया ने कहा कि विधायक केशवचंद्रा ने एक बार फिर सवाल तो लगाया है, लेकिन मैं इस विषय पर कुछ नहीं बोलूंगा क्योंकि विधानसभा का मामला है।

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