लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ने दिया है यह जवाब
विधानसभा में पूर्व में पूछे गए सवालों पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ने जानकारी दी है कि करतला के छिंदई नाला आधारित13 गांव के लिए जल प्रदाय योजना की तकनीकी और प्रशासकीय दोनों तरह की स्वीकृति दी गई थी, लेकिन जब जल स्त्रोत का पता नहीं चल पाया तो योजना बंद कर दी गई। मंत्री ने बताया कि जो राशि मंजूर की गई थी उस पैसे से हैंडपंप के लिए स्पेयर पार्टस, सब मर्सिबलपंप और स्टेशनरी का सामान खरीद लिया गया है। इसके अतिरिक्त पानी टंकियों की सफाई, कंप्यूटरों की रिपयेरिंग, कर्मचारियों को प्रशिक्षण पर भी खर्च किया गया है।
खर्च करने के लिए ली थी मंजूरी
बिलासपुर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के चीफ इंजीनियर अजय साहू ने कहा कि जब मैं कोरबा में कार्यकारी अभियंता था, तब योजना को अमलीजामा पहनाया गया था। यह सही है कि योजना के लिए बजट में अच्छी-खासी रकम का प्रावधान किया गया था। जल का स्त्रोत नहीं मिलने से योजना बंद हो गई तो उसका पैसा विभाग के ही अन्य मदों पर खर्च कर दिया गया। इन पैसों को खर्च करने के लिए तात्कालीक प्रमुख अभियंता आरएन गुप्ता से मंजूरी ली गई थी।
विधानसभा का मामला, मैं कुछ नहीं बोलूंगा
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के ईएनसी टी.जी. कोसरिया ने कहा कि विधायक केशवचंद्रा ने एक बार फिर सवाल तो लगाया है, लेकिन मैं इस विषय पर कुछ नहीं बोलूंगा क्योंकि विधानसभा का मामला है।