scriptहथियार से ज्यादा खौफ सोशल मीडिया का, ब्लैकमेलिंग और ठगी में होने लगा इस्तेमाल | More fear than weapons, use of social media in blackmailing and cheati | Patrika News
रायपुर

हथियार से ज्यादा खौफ सोशल मीडिया का, ब्लैकमेलिंग और ठगी में होने लगा इस्तेमाल

More fear than weapons, use of social media in blackmailing and cheati सोशल मीडिया लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने का बेहतर माध्यम है, लेकिन अब अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का सबसे बड़ा हथियार बन गया है। इसका खौफ दिखाकर महिलाओं और युवतियों से ब्लैकमेलिंग और ठगी जैसी घटनाओं को आसानी से अंजाम दे रहे हैं। फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, वाट्सऐप, यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म में निजी फोटो-वीडियो या पर्सनल चैट वायरल करने की धमकी देखकर जमकर वसूली करते हैं।

रायपुरMay 16, 2022 / 06:07 pm

narad yogi

केस-़1

कबीर नगर निवासी शिक्षिका के मोबाइल पर लगातार अश्लील फोटो, वीडियो आ रहे थे। उनके स्कूल के टीचरों के ग्रुप में भी इस तरह की चीजें वायरल की जाती थी। उनकी नाबालिग बेटी का नाम और शिक्षिका का मोबाइल नंबर कॉलगर्ल के नाम से वेबसाइट में डाल दिया गया। इससे पीड़िता मानसिक रूप से परेशान होकर खुदकुशी करने का सोचने लगी थी। बाद में पुलिस ने मामले के आरोपी उमेश अग्रवाल और राजेश अग्रवाल को जेल भेजा।
केस-़2
कोतवाली इलाके में 51 साल की विधवा महिला को उनके बचपन का दोस्त अनिल जैन पुराने फोटो को सोशल मीडिया में वायरल करने के नाम धमकाने लगा। इससे डरकर महिला उसकी मांग पूरी करने लगी। अनिल महिला से जेवर के अलावा लाखों रुपए ले चुका था। बाद में महिला ने अपने परिजनों की मदद से उसके खिलाफ केस दर्ज कराया।
रायपुर.

More fear than weapons, use of social media in blackmailing and cheati सोशल मीडिया लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने का बेहतर माध्यम है, लेकिन अब अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का सबसे बड़ा हथियार बन गया है। इसका खौफ दिखाकर महिलाओं और युवतियों से ब्लैकमेलिंग और ठगी जैसी घटनाओं को आसानी से अंजाम दे रहे हैं। फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, वाट्सऐप, यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया(social media)प्लेटफार्म में निजी फोटो-वीडियो या पर्सनल चैट वायरल करने की धमकी देखकर जमकर वसूली(blackmailing ) करते हैं। इसके अलावा अनैतिक संबंध बनाने का भी दबाव डालते हैं। इस तरह के अपराध के सबसे ज्यादा शिकार नाबालिग लड़कियां, युवतियां और महिलाएं हो रही हैं।
177 मामले दर्ज

एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2020 में विभिन्न सोशल मीडिया(social media) के जरिए महिलाओं-युवतियों के बारे में सेक्सुअल कंटेंट, फोटो-वीडियो आदि प्रचारित करने के छत्तीसगढ़(Chhattisgarh) में कुल 117 मामले दर्ज हुए थे। इनमें पीड़िताओं को किसी न किसी तरह से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया था। उनकी छवि को धूमिल की गई थी।
देशभर में 3 हजार से ज्यादा

साइबर क्राइम के मामले साल दर साल तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। वर्ष 2020 को साइबर क्राइम(CyberCrime) के कुल 50 हजार 35 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें से यौन शोषण के 3 हजार 293 केस दर्ज हुए हैं। इसी तरह विभिन्न सोशल मीडिया व अन्य तरीके से डर दिखाकर ब्लैकमेलिंग के 2 हजार 440 प्रकरण दर्ज हुए हैं।
यह तरीका अपनाते हैं अपराधी

-सोशल मीडिया से स्टेट्स या डीपी से फोटो निकालकर मार्फिंग करके उसे अश्लील फोटो बना देते हैं, फिर उसे वायरल करने की धमकी देते हैं।
-दोस्ती करके अश्लील चैट करते हैं, फिर उसकी स्क्रीनशॉट ले लेते हैं। और उसके आधार पर ब्लैकमेल करते हैं।
-एडिटिंग करके बनाई गई पोर्न वीडियो से डराकर वसूली करते हैं।
-फ्रेंडलिस्ट(Freindlist) में शामिल दोस्तों-रिश्तेदारों को अश्लील फोटो-वीडियो भेजते हैं।

-पुराने या सोशल मीडिया से लिए गए फोटो(photo) और मोबाइल(mobile) नंबर को अश्लील वेबसाइट(porn website) पर अपलोड कर देते हैं।
डर नहीं, साहस दिखाएं

किसी महिला-युवती या नाबालिग के साथ इस तरह की घटनाएं हों, तो डरने के बजाय साहस दिखाना चाहिए। और तत्काल पुलिस को सूचित करना चाहिए। पुलिस ऐसे मामलों को काफी गंभीरता से लेती है। विभिन्न वेबसाइट और सोशल मीडिया में अपनी निजी जानकारियां, फोटो और चैटिंग आदि को लेकर सावधानी बरतना चाहिए। सुरक्षा संबंधी सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
-प्रशांत अग्रवाल, एसएसपी, रायपुर

Home / Raipur / हथियार से ज्यादा खौफ सोशल मीडिया का, ब्लैकमेलिंग और ठगी में होने लगा इस्तेमाल

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो