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रेलवे की मानें तो पिछले तीन-चार महीने के दौरान जब कोरोना का संक्रमण थम-सा गया था, तो सफर करने वालों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ। ऐसा बहुत कम हो रहा था जब टिकट कैंसिलेशन 80 से 100 पहुंचता रहा हो, लेकिन पिछले चार-पांच दिनों से टिकट कैंसिलेशन की संख्या इन्हीं आंकड़ों के आसपास है। खासकर मुंबई, पुणे और छत्तीसगढ़ ट्रेन में दो-चार दिनों के दौरान रायपुर स्टेशन से सफर करने वालों में से लगभग 500 यात्रियों से अपनी यात्रा स्थगित किया गया है, जिनमें से मध्यप्रदेश, मुंबई, पुणे जैसे शहरों के लिए थे। क्योंकि इन्हीं प्रदेशों में कोरोना बढऩे के आंकड़े भी सबसे अधिक आ रहे हैं। इसलिए यात्री कुछ न कुछ एहतिहात बरतना शुरू कर दिए हैं कि बहुत जरूरी होने पर ही सफर पर निकलें।स्टेशन के दोनों गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग जांच
इधर स्टेशन के दोनों प्रमुख यात्री गेट पर अलग-अलग पालियों में दो-दो नर्स स्टॉफ की ड्यूटी लगाई गई है। जो गेट के करीब पहुंचने पर यात्रियों का थर्मल स्क्रीनिंग करती हैं। वहीं टेबल लगाकर टीटीई स्टॉफ भी टिकट चेक करने के बाद ही प्लेटफार्म तरफ जाने देता है। वजह यह भी है कि स्पेशल ट्रेनों में केवल वे यात्री ही सफर कर सकते हैं, जिनका टिकट कन्फर्म हो रहा, इसलिए सबसे अधिक फोकस टिकट जांच में अधिक होता है कि वेटिंग वाले यात्री न प्रवेश कर जाएं।
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तीन महीने में 4 लाख से अधिक काउंटर रिजर्वेशन टिकट
रायपुर रेल मंडल के पब्लिसिटी इंस्पेक्टर शिव प्रसाद पंवार के अनुसार कोरोना संक्रमण बढऩे की स्थिति को देखते हुए रेल प्रशासन ने अमले को अलर्ट किया है। स्टेशन में जाने का अलग औरआने का अलग रास्ता तय किया है, ताकि सोशल डिस्टेसिंग का पालन हो सके। मर्थल स्क्रीनिंग अनिवार्य की गई है। कोरोना संक्रमण ठंडा पडऩे के दौरान जो आंकड़ा सामने आया है उसमें 1 दिसंबर से 21 फरवरी तक 4 लाख 31 हजार 849 यात्रियों ने टिकट काउंटर से रिजर्वेशन कराकर सफर किए हैं। जबकि ई-टिकट यात्री अलग हैं।