पूछा, घटनावाले दिन लखमा के कहने पर कैसे रुक गई थी फायरिंगकवासी लखमा ने पूर्व गृहमंत्री के नार्को टेस्ट की मांग की थी
रायपुर•Oct 14, 2019 / 11:02 pm•
ramendra singh
झीरम घाटी कांड में नया मोड़….अब ननकीराम नार्को टेस्ट के लिए तैयार, लखमा पर उठाए सवाल
रायपुर/कोरबा . झीरम घाटी कांड के समय प्रदेश के गृहमंत्री रहे भाजपा विधायक ननकीराम कंवर नार्को टेस्ट के लिए तैयार हैं। लेकिन उन्होंने झीरम घाटी हमले के समय उद्योग और आबकारी मंत्री कवासी लखमा की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। पूर्व गृहमंत्री कंवर सोमवार को जिला खनिज न्यास की बैठक में कोरबा पहुंचे थे। संवाददाताओं से बात करते हुए कंवर ने कहा, मैं तत्कालीन सीएम के बारे में नहीं कह सकता हूं, लेकिन मैं नार्को टेस्ट के लिए तैयार हूं। लेकिन कवासी लखमा की भूमिका को भी देखा जाना चाहिए। कंवर ने कहा, झीरम में जब फायरिंग चल रही थी, तब उन्होंने क्यों कहा कि मैं कवासी लखमा हूं। उनके परिचय देने के बाद फायरिंग कैसे बंद हो गई। उन्होंने कहा, लखमा को माओवादियों ने पकड़ लिया था तो वे बच कैसे गए।
कवासी को बताया माओवादियों का समर्थक
ननकी राम कंवर का कहना है कि कहीं न कहीं कांग्रेस का माओवादियों से संबंध है। कंवर ने कहा कि इसकी भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कवासी लखमा को माओवादियों का समर्थक तक कह दिया। पिछले सप्ताह भाजपा के पूर्व नेता शिव नारायण द्विवेदी ने झीरम घाटी कांड की जांच कर रहे न्यायिक जांच आयोग के सामने कवासी लखमा के नार्को टेस्ट की मांग की थी। इसके बाद कवासी लखमा ने कहा था कि वे टेस्ट के लिए तैयार हैं, लेकिन उनसे पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, गृहमंत्री रहे ननकीराम कंवर और बस्तर में तैनात पुलिस अफसरों का नार्को टेस्ट होना चाहिए।