बस मालिकों का कहना है कि कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने के बाद लोग घरों से बाहर निकलने लगे हैं। इसके चलते यात्रियों की संख्या में बड़ी इजाफा हुआ है। लेकिन उस अनुपात में बसों के नहीं रहने और गिनती के रेलगाडिय़ों का संचालन होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। बता दें कि राज्य में करीब 10000 छोटी और बड़ी यात्री बसें है। इसमें से करीब 2000 बसों का संचालन ही किया जा रहा है।
जल्द शुरू होगा अंतर्राज्जीय बस टर्मिनल, शहर में नहीं होगी यात्री बसों की एंट्री
इन मार्गो पर संचालन
राजधानी रायपुर से गुजरात स्थित सूरत, आंध्रप्रदेश के हैदराबाद, महाराष्ट्र के गढ़चिरौली, नागपुर, पुना, मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा,जबलपुर, भोपाल और इंदौर, राजस्थान के जयपुर के साथ ही झारखंड के करांची, गढ़वा, ओडिशा के भवानीपटना, उत्तरप्रदेश के कानपुर, बनारस, इलाहाबाद, लखनऊ और आजमगढ़, पश्चिम बंगाल के कोलकाता के लिए बड़ी बसों का संचालन किया जा रहा है। इसके अलावा रायपुर से जगदलपुर, बैलाडीला, दुर्ग से दंतेवाड़ा और अन्य सभी जिलों के लिए छोटी बसों का संचालन किया जा रहा है।
बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी
त्योहारों के बाद यात्रियों की संख्या को देखते हुए बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके लिए ऑपरेटरों द्वारा निर्णय लिया गया है।
-प्रकाश देशलहरा, छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ अध्यक्ष