यह भी पढ़ें: कोरोना के कहर के बीच छत्तीसगढ़ के इन इलाकों में कोरोना के केस घटे
सितंबर-अक्टूबर में आए कोरोना पीक के बाद जिले में काफी कम संख्या में संक्रमित मरीज मिल रहे थे, जो फरवरी अंत तक बना हुआ था। 8 मार्च से कोरोना संक्रमण ने पांव पसारना शुरू किया, जो अभी अप्रैल मध्य में पूरी तरह से बेकाबू हो गया। एक दिन में 3 से 4 हजार के बीच नए केस की पहचान होने लगी थी। शासकीय व निजी अस्पतालों में नो बेड की स्थिति उत्पन्न हो गई। एक बेड पाने के लिए लोग नेता-मंत्री और उच्च अधिकारियों से सिफारिश लगाने के लिए मजबूर थे।
यह भी पढ़ें: क्या छत्तीसगढ़ में गुजर गया कोरोना वायरस संक्रमण का पीक, जानिए हकीकत
हालांकि, स्वास्थ्य विभाग नए-नए Covid Center बनाकर मरीजों को राहत देने में जुटा हुआ था। 10 से 20 अप्रैल की बात करें तो 10 दिनों में 36181 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है, जबकि 621 ने जान गंवाया है। वहीं, 21 से 30 के बीच 19151 केस मिले हैं, जबकि 557 की मौत हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि लॉकडाउन से कोरोना की चेन तोड़ने में मदद मिलती है। लोग जब घरों से बाहर नही निकल पाते तो संक्रमण का प्रसार नही होता। स्वास्थ्य विभाग को भी तैयारियों के लिए समय मिल जाता है।
यह भी पढ़ें: बड़ी राहत: 18 प्लस वाले बिना रजिस्ट्रेशन भी लगवा सकते हैं वैक्सीन, जानें कैसे
रायपुर सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल ने कहा, कोरोना के नए मरीजों की पहचान के लिए 5 हजार से ज्यादा सैंपल जांच किए जा रहे हैं। लॉकडाउन का असर दिखा है। लॉकडाउन खुलने के बाद लोग मास्क लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें तो संक्रमण प्रसार को काफी हद तक रोका जा सकता है।रायपुर में अब तक
कुल संक्रमित- 140810
एक्टिव- 10576
डिस्चार्ज- 127828
मौत- 2406