गुढि़यारी अंडरब्रिज
वहीं, गुढि़यारी अंडरब्रिज के नीचे भी घुटने तक पानी भरा रहा। यहां दो घंटे तक टै्रफिक पूरी तरह से बाधित रहा। रेलवे स्टेशन से गुढि़यारी की ओर जाने वालों को एक किलोमीटर तक घूमकर जाना पड़ा। ब्रिज के दोनों तरफ बने बाउंड्रीवॉल से जगह-जगह पानी फव्वारे की तरह निकल रहा था। यहां ब्रिज के पास काफी दिन बाद बारिश का पानी भरा रहा।
आरडीए कॉलोनी
आरडीए के कॉलोनी इंद्रप्रस्थ में घुटने तक रोड पर पानी भर गया। सड़कों पर खड़े दोपहिया वाहन भी गिर गए। ग्राउंड फ्लोर के घरों में भी पानी भर गया था। यहां का नजारा एेसा लगा रहा था, जैसे दो-तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है। पूरा एरिया जलभराव से पानी-पानी दिख रहा था।
तेलीबांधा थाने के पास
तेलीबांधा में भी थाने के पास मुख्य मार्ग पर जलभराव रहा। रोड से गुजरने वाले वाहनों से पानी दोपहिया वाहन चालकों पर छिंटक रहा था। यहां भी हर साल तेज बारिश के दौरान जलभराव होता है। लेकिन पानी निकासी की समस्या को निगम प्रशासन अब तक नहीं सुलझा पाया।
दलदल सिवनी शीतला मंदिर के पास गली
दलदल सिवनी में भी शीतला मंदिर के पास की गली में घुटने तक पानी भरा रहा। यहां तो लोगों के घरों में पानी घुस गया था। लोग बारिश के पानी को बाल्टी या अन्य बर्तनों से घरों से बाहर फेंकते दिखे। यहां की गली किसी नाले के समान दिख रही थी।
मोतीबाग के पास मुख्य मार्ग पर भरा रहा पानी
मोतीबाग के पास हर बारिश की तरह गुरुवार को हुई तेज बारिश से सड़क पर पानी भरा रहा। यहां से होकर गुरज रहे दोपहिया चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। यहां जरा सी बारिश में पानी भरने का सिलसिला जब से रोड पर डिवाइडर बनाया गया है, तब से है। लेकिन निगम प्रशासन ने बारिश के पानी की निकासी की व्यवस्था आज तक नहीं बनाई।
एजाज ढेबर, महापौर, नगर निगम रायपुर