दो सिस्टम से हो रहा है वितरण
वन नेशन वन कार्ड के अलावा पुराने टैब सिस्टम का उपयोग किया जाता है। वन नेशन वन कार्ड में हितग्राहियों को केवल थंब इंप्रेशन यानी आधार वेरिफिकेशन के जरिए ही राशन दिया जाना है। इसके अलावा पुराने टैबलेट का भी उपयोग किया जाता है। दुकानदारों की मानें तो समय से राशन वितरित नहीं होने पर उपभोक्ताओं के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है।
रायपुर में एक सप्ताह नहीं चला सर्वर
रायपुर में 1 जनवरी से 13 तक ठीक से सर्वर नहीं चलने से इन दुकानों से राशन नहीं बंट पाया। लगातार यह सर्वर स्लो होने के कारण मशीन बंद हो जाती है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से जो निर्देश है कि आठ घंटे खुलना चाहिए। कम से कम रोज 200 से 250 हितग्राहियों को राशन मिलता रहा है लेकिन अब इनकी संख्या आधी हो गई है।
हर दुकान में भटके लोग
शहर के राशन दुकानों में लोग राशन के लिए भटकते नजर आए। अधिकारियों के मुताबिक एनआइसी जो कि सर्वर प्रदाता है वहीं से लिंक फेल हो गया था, लिहाजा लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। शहर ही नहीं, ऑनलाइन सिस्टम गांव के लोगों के लिए मुसीबत बना रहा। लोगों को नेट कनेक्टिविटी तो कभी सर्वर डाउन होने के कारण लोगों को राशन लेने में काफी तकलीफ उठानी पड़ रही है।
आंकड़ों पर एक नजर
675 कुल उचित मूल्य की दुकानें रायपुर
582 कुल कोर पीडीएस दुकानें रायपुर में
5,33,413 कुल राशनकार्डधारी रायपुर में
1400 दुकानों में लग चुकी है मशीन