scriptआपरेशन मुस्कान नहीं ला पा रहा लोगों के चेहरों पर मुस्कान | operation muskan failed to make people smile | Patrika News

आपरेशन मुस्कान नहीं ला पा रहा लोगों के चेहरों पर मुस्कान

locationरायपुरPublished: Apr 30, 2019 09:07:53 pm

Submitted by:

Deepak Sahu

राजधानी रायपुर के 79 परिवार अपने मासूम की तलाश में दर-दर भटक रहे है। जब भी पीडि़त परिवार अपने नौनिहाल का पता करने थाना पहुंचता है, तो उसे बाद में आने कहकर टरका दिया जाता है।

missing children

आपरेशन मुस्कान नहीं ला पा रहा चेहरों पर मुस्कान

रायपुर. राजधानी रायपुर से पिछले चार माह में 79 नाबालिगों का अपहरण हो गया। पुलिस इन नाबालिगों को ढूंढने के लिए मशक्कत की, लेकिन फिर वीआईपी ड्यूटी के फेर में उलझकर उनकी तलाश करना भूल गई। पुलिसकर्मियों की इस कार्यप्रणाली के चलते राजधानी रायपुर के 79 परिवार अपने मासूम की तलाश में दर-दर भटक रहे है। जब भी पीडि़त परिवार अपने नौनिहाल का पता करने थाना पहुंचता है, तो उसे बाद में आने कहकर टरका दिया जाता है।

4 माह में 177 हुए थे गायब

राजधानी के थानों में दर्ज आंकड़े के अनुसार जनवरी माह से अप्रैल माह तक लगभग १७७ नाबालिग अलग-अलग थानाक्षेत्र से गायब हुए। इनमें से लगभग 98 नाबालिगों को पुलिसकर्मियों ने लोकेशन और मैन्युअल इनपुट के आधार पर खोज डाला।
शेष 79 का पुलिसकर्मी अब तक पता नहीं लगा पाए है। जनवरी माह से गायब हुए नाबालिग अभी तक घर नहीं पहुंचे है। पुलिस उनके वापस लौटने का इंतजार कर रही है, ताकि आंकड़ों की खानापूर्ति कर अधिकारियों से पीठ थपथपा सके।

आपरेशन मुस्कान ठंडे बस्ते में

जिले से गुम हुए नाबालिगों का पता लगाने के लिए रायपुर पुलिस के अधिकारियों ने आपरेशन मुस्कान चलाया था। आपरेशन मुस्कान की टीम में महिला पुलिसकर्मियों के अलावा 4 पुलिसकर्मियों की टीम थी। इस टीम को लीड करने की जिम्मेदारी विभागीय अधिकारियों ने निरीक्षक रैंक के अफसर को दी है। आपरेशन मुस्कान की टीम सीधे एसपी को रिपोर्ट करती है।
विभागीय आंकड़ो की मानें तो फरवरी से मार्च माह के बीच गुम हुए नाबालिगों को दस्तायाब करने में काफी गिरावट आई। केस में सफलता नहीं मिलने के पीछे टीम के अधिकारियों ने वीआईपी ड्यूटी में व्यस्त होने और चुनाव का हवाला दिया।
अहृत नाबालिगों में किशोरियों की संख्या ज्यादा
पुलिस के अनुसार गायब हुए केसों में किशोरियों की संख्या ज्यादा है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो 177 नाबालिग 4 माह में गुम हुए उसमें किशोर 35 और किशोरियां 14 थी।

पुलिस ने अभियान चलाकर जब नाबालिगों को दस्तायाब करना शुरु किया तो 26 किशोर और 72 किशोरियों को बरामद किया है। 9 किशोर और 47 किशोरियां अभी लापता है, जिन्हें जल्द दस्तायाब करने की बात पुलिस अधिकारी कह रहे है।
वर्जन

जांच टीम लगी है
गुम हुए नाबालिगों का पता लगाने में त्वरित एक्शन लेते है। विवाद की वजह से और डर से कई बार मासूम घर से चले जाते है। हाल ही में स्टेशन से भी गुम हुए बच्चों को बरामद किया था। जो नाबालिग गुम है, उनकी जांच में टीम लगी हुई है।

-प्रफुल्ल ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक,रायपुर।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो