scriptपैरामेडिकल कॉलेज निकला फर्जी, सैकड़ों छात्रों को 5 करोड़ की चपत लगाकर आरोपी फरार | Paramedical college turned out fake, accused defrauding with student | Patrika News
रायपुर

पैरामेडिकल कॉलेज निकला फर्जी, सैकड़ों छात्रों को 5 करोड़ की चपत लगाकर आरोपी फरार

मान्यता नहीं होने के बावजूद कॉलेज प्रबंधन ने धोखे से छात्रों को प्रवेश देकर फीस के नाम पर करीब 5 करोड़ रुपए की चपत लगा दी और उन सभी विद्यार्थियों का भविष्य बिगाड़ दिया। उन्होंने अपना समय और पैसा गंवा दिया जबकि उनका कोर्स अधूरा रह गया।

रायपुरMay 20, 2022 / 03:17 pm

CG Desk

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रायपुर. पिछले एक महीने से न्याय की मांग के लिए प्रशासन के चक्कर काट रहे सांईनाथ पैरामेडिकल कॉलेज के छात्रों थोड़ी राहत मिली है। पुलिस ने सांईनाथ पैरामेडिकल कॉलेज को फर्जी मानते हुए उसके संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी करने का अपराध दर्ज किया है। आरोपी ने कॉलेज को मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय से संबद्ध बताकर छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिया और एडमिशन व अन्य फीस के नाम करीब 5 करोड़ वसूले। इसके बाद विद्यार्थियों की परीक्षा नहीं ली। इसके बाद छात्र-छात्राओं ने प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पुलिस के अलावा प्रशासन के कई चक्कर काटे। पुलिस ने कॉलेज के संचालक नागेंद्र पांडेय के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन आरोपी की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई।

यह है पूरा मामला
देवपुरी स्थित सांईनाथ पैरामेडिकल कॉलेज में डिगेश कुमार, ऋषभ ठाकुर, ललित पुजारी, जर्नादन साहू, विवेक गिलहरे आदि सहित 310 विद्यार्थियों ने पैरामेडिकल के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश लिया था। प्रवेश देते समय कॉलेज के संचालक नागेंद्र पांडेय, राहुल द्विवेदी, मैनेजर दिव्या टंडन और वीके त्रिपाठी ने कॉलेज को मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय से संबद्ध बताया था। इस कारण विद्यार्थियों ने प्रवेश ले लिया। प्रवेश शुल्क के अलावा अन्य शुल्क भी वसूले गए और पढ़ाई शुरू हुई, लेकिन वार्षिक परीक्षा नहीं ली गई। फिर वर्ष 2020 में कोरोना का बहाना करके परीक्षा नहीं ली गई। वर्ष 2021 में भी परीक्षा नहीं ली। इसके बाद छात्रों ने परीक्षा कराने की मांग की, तो कॉलेज प्रबंधन उन्हें धमकाने लगा। अपनी शिकायत को लेकर वे लगातार भटकते रहे। अंतत: टिकरापारा थाने में कॉलेज संचालक डॉक्टर नरेन्द्र पांडेय के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया।

फरार होने का मिला मौका
पीड़ितों ने करीब एक माह पहले टिकरापारा थाने में शिकायत की थी। लेकिन टिकरापारा पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस बीच आरोपी संचालक कॉलेज में ताला लगाकर भाग निकला। बताया जाता है कि आरोपी के भागने के बाद पुलिस ने एफआईआर की है। कॉलेज में ताला लगा हुआ है।

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