रेलवे ने इस मंशा के साथ महिला यात्रियों के लिए आरक्षित कोच का कलर बदलने का निर्णय लिया था, ताकि महिलाएं सुरक्षित यात्रा सफर कर सकें, उनके कोच में कोई पुरुष यात्री सफर करने से बचें। वह कलर ही रेलवे का फीका पड़ा। रायपुर रेल मंडल के कोच केयर सेंटर दुर्ग के सभी प्रायमरी ट्रेनों में महिला आरक्षित कोचों के अलग पहचान के लिए विंडो सील को पिंक कलर में किया गया था। जो फीका पड़ गया।
आनन-फानन में किया चमकदार
रेलवे के आला अफसरों ने जैसे ही आदेश जारी किया तो आनन-फानन में महिला कोच पीला कर दिया। तर्क यह दिया जा रहा है कि यह रंग पहले वाली गुलाबी रंग से अधिक चमकदार एवं स्पष्ट दिखाई देता है। इसके साथ ही उन कोचों की खिड़कियों में सुरक्षात्मक जाली भी लगाई जा रही है।
ट्रेनों की महिला कोच का गुलाबी कलर फीका था। क्वालिटी खराब जैसी कोई बात नहीं है। केवल फीका की वजह से चमकदार पीला कराया गया है। इसके लिए नया आदेश जारी हुआ है।
शिव प्रसाद पंवार, सीनियर पब्लिसिटी इंस्पेक्टर