पुलिस को जानकारी मिली थी कि राजधानी के कई होटलों व क्लबों में अंधेरा छाते ही लड़़के-लड़कियों का हुजूम इकट्ठा होने लगता है। फिर वहां वे तंबाके हुक्का से धुए उड़ाते देखे जाते हैं। इन लड़के-लड़कियों में कई नाबालिग भी शामिल हैं। पुलिस के छापे से हुक्का बार चलाने वाले संचालकों में हड़कंप मच गया। और कईयों ने उन्हें छापे के डर से छिपा दिया। पुलिस ने यह छापा नाबालिग लड़के-लड़कियों द्वारा तंबाकू का हुक्का पीने की शिकायत के बाद मारा था।
मामले में पुलिस का कहना है कि हुक्का बार में तंबाकू और नाबालिग लड़के-लड़कियों का आना-जाना पूरी तरह से बैन है लेकिन कई बार संचालक नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। इसी के तहत सूचना मिलते ही कई ऐसी जगहों पर एक साथ छापेमारी की गई थी जहां इस तरह की गतिविधियां संचालित हो रही हैं। छापे में पुलिस को वहां पर नाबालिग हुक्का पीते हुए मिले। साथ ही वहां से नशे का सामान भी बरामद किया गया जो हुक्के में डाला जाता है।
पुलिस को देखते ही रोने लगी लड़कियां राजेंद्र नगर पुलिस के मुताबिक कॉम्प्लेक्स में डिहांड डाइट नाम से हुक्का बार का संचालन किया जा रहा था। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो यहां पर दो दर्जन से अधिक नाबालिग लड़के-लड़कियां हुक्का पी रहे थे। हालांकि पुलिस ने नाबालिगों को समझाइश देकर छोड़ दिया और कटोरा तालाब निवासी संचालक अभिषेक शर्मा पर कार्रवाई की।पुलिस का छापा पड़ते ही हुक्का बार में हड़कंप मच गया। स्टूडेंट्स वहां से भागने लगे। पुलिस ने सभी को रोक लिया। उनके नाम-पते दर्ज करने के बाद चेतावनी देकर छोड़ा गया। यहां तलाशी में पुलिस को कई हुक्के, फ्लेवर की बोतलें और टोबेको लिखे पैकेट बरामद हुए है।
मुखबिर से मिली सूचना पुलिस अफसरों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से कॉम्प्लेक्स में स्कूली छात्रों की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिल रही थी। यहां पर सुबह और शाम छात्रों की लाइन लगी रहती थी। छात्र यहां छिपकर हुक्का पीने आते थे। आरोपी के पास हुक्का बार का लाइसेंस नहीं है। अवैध रूप से छह माह से हुक्का बार का संचालन किया जा रहा था। यह सूचना मुखबिर से मिलने के बाद छापा मारा गया।