छत्तीसगढ़ में कोरोना के अचानक मिले 6,000 मरीज, अब कुल संक्रमित 3 लाख के पार
इधर, पूर्व मुख्यमंत्री रमन ने कहा, किसान आंदोलन के नाम पर मुख्यमंत्री समेत कांग्रेस के मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों ने कृषि कानूनों के नाम पर झूठ फैलाया। आज वे सब इस आंदोलन से पल्ला झाड़ रहे हैं। इस हिंसा में उन राजनीतिक नेताओं व राज्य सरकारों का भूमिका को जांच के दायरे में लाया जाए। हिंसा और अराजकता फैलाने वाले जिम्मेदार तथा-कथित किसान नेताओं पर कड़ी कार्रवाई हो।सिंहदेव बोले- गांधी और नेहरु के आदर्शों की जरूरत
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा, आज देश को महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरु के आदर्शों की जरूरत है ताकि प्रदर्शनकारी किसानों और सरकार के बीच एक समन्वय बने। हिंसा कभी कोई समाधान नहीं लाता। केंद्र सरकार जल्द से जल्द काले कानून वापस ले लें, ताकि शीघ्र शांति बहाल हो।
मोबाइल गुम होने पर बेटी ने की पिता की हत्या, राज छिपाने शव को घर के बाहर दफनाया
कांग्रेस बोली- ‘राजहठ’ छोड़ ‘राजधर्म’ के मार्ग पर चले
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा, लोकतंत्र में इस प्रकार की घटनाओं के लिए कोई स्थान नहीं। उन्होंने कहा, मोदी सरकार द्वारा किसानों के प्रति अपनायी गई ‘थकाओ और भगाओ’ की नीति देश हित में नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘राजहठ’ छोड़ ‘राजधर्म’ के मार्ग पर चलना होगा। तीन खेती विरोधी काले कानून वापस लेने की देश के 62 करोड़ अन्नदाताओं की पुकार भी है और हुंकार भी।