स्काडा सिस्टम से पूरी मॉनीटरिंग
बिजली कंपनी क अधिकारियों ने बताया, कि छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के डगनिया स्थिति लोड डिस्पैच सेंटर में एक्सपर्ट की मौजूदगी में स्काडा सेंटर से पूरी मॉनीटरिंग करके मॉक ड्रील सफलता पूर्वक पूरी की गई। इंडियन इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड कोड और स्टेट ग्रिड कोड प्रावधानों के अनुसार साल में दो बार इस तरह का मॉकड्रिल करना होता है। इस दौरान डंगनिया स्थित स्टेट लोड डिस्पैच सेन्टर में कार्यपालक निदेशक के एस मनोठिया, पीसी पारधी, सीएल नेताम एवं संदीप गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य अभियंता शारदा सोनवानी, बी.अधिकारी, वाई.के. राव, अधीक्षण अभियंता संजय चौधरी एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारियों की सक्रिय भूमिका रही।
इस तरह हुई मॉकड्रिल
विभागीय अधिकारियों ने बताया, कि मॉक ड्रिल के दौरान सबसे पहले बांगो जल विद्युत गृह, छुरीखुर्द, जमनीपाली एवं कोरबा पूर्व के उपकेन्द्रों से फीड होने वाले क्षेत्रों को मिलाकर एक आईलैण्ड सब-सिस्टम बनाया गया । इसके बाद इस आईलैण्ड सब-सिस्टम में ब्लैक आउट की स्थिति निर्मित की गई। इस तरह एक बनावटी बिजली संकट छुरीखुर्द, जमनीपाली एवं कोरबा क्षेत्र में निर्मित किया गया। इसके पश्चात् इंजीनियरों की टीम ने युद्धस्तर पर बिजली संकट क्षेत्र में बिजली बहाली की प्रक्रिया प्रारंभ की।