एक तस्वीर ऐसी भी आई है जहां पर एक गर्भवती महिला को ट्रैक्टर के ट्यूब के सहारे गांव के लोग उफनती नदी को पार करते हुए नजर आ रहे हैं. इस नदी का बहाव इतना अधिक है कि कुछ भी अप्रिय घटना घट सकती है. गांव से जिला मुख्यालय तक का पूरा संपर्क टूट गया है. जिस वजह से गांव के लोग अपनी जान जोखिम में डालकर गर्भवती महिला को उफनती नदी पार करते दिखाई दे रहे हैं.
कई गांव बाढ़ की चपेट में
बेमेतरा जिले में पिछले 48 घंटों से हो रही बारिश और मोगरा बैराज सहित अन्य बांधों के गेट खोले जाने के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. बेमेतरा जिले से बहने वाली जीवनदायिनी शिवनाथ, खारुन नदी सहित हाफ नदी, सुरही, करवा नाला सहित अन्य नदियां नाले उफान पर है. प्रशासन ने नदी के किनारे आने वाले गांव को लेकर पहले से ही अलर्ट जारी कर दिया गया था.
साथ ही लोगों से अपील की जा रही है कि नदी के किनारे खेतों, खलिहानो और नदी के किनारे से निकलकर सुरक्षित जगहों पर चले जाएं. शिवनाथ नदी, हाफ नदी के उफान के चलते खेतों, खलिहनों और घरों तक पानी पहुच गया है. लोगों से अपील करने के बाद भी लोग लापरवाही बरत रहे हैं. पानी से भरे पुल पर लोग जाकर मस्ती कर रहे हैं और सेल्फी भी ले रहे हैं.
लोगों को परेशानियों का करना पड़ा सामना
जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से दो ऐसी तस्वीर निकल के सामने आई है जिसे देखकर बाढ़ के प्रकोप का अंदाजा लगाया जा सकता है. इनमें पहली तस्वीर में गांव में बाढ़ के पानी अंदर आ जाने के कारण घर पूरी तरह से डूबने के कगार पर है. जिससे घर मे फंसे माता-पिता को उनके बेटे द्वारा पीठ पर उठाकर सुरक्षित जगह पर ले जाते हुए दिखाई दे रहा है. वहीं दूसरी तस्वीर मां महामाया धाम बुचीपुर की है जहां हाफ नदी में अधिक उफान के कारण आवागमन पूरी तरह से ठप है. एक ग्रामीण महिला की तबीयत खराब हो जाने के कारण उनके पति उनको पीठ पर उठाकर पानी से भरे सड़क को पार कर अस्पताल ले जाने के लिए मजबूर है.
विधायक ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया जायजा
क्षेत्रीय विधायक और संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे ने विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न ग्राम करमसेरा, पचभैया और दाढ़ी का दौरा कर प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना. दैनिक जरूरत की चीजों, खाद्यान्न, दवा और अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता को सुनिश्चित करने हेतु जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देशित किया. विधायक बंजारे ने ग्रामीणों से मुलाकात में उन्हें विश्वास दिलाया कि प्राकृतिक आपदा के इस समय में वे उनके साथ हैं.
उनकी समस्त समस्याओं के जल्द दूर करने के लिए व्यक्तिगत प्रयास करते हुए स्वयं उसकी सतत निगरानी करेंगे. पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में लगातार बारिश से अनेक गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. साथ ही घरों और दुकानों में पानी भर जाने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.