सूत्रों ने कहा कि रैलियों की तारीख और जगह अभी तय नहीं हुई है, लेकिन पार्टी उन पर काम कर रही है। पार्टी ने यह भी कहा है कि पंजाब और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों के प्रियंका के साथ मंच साझा करने की संभावना है, क्योंकि भूपेश बघेल कुर्मी ओबीसी समुदाय से हैं, जिनकी उत्तरप्रदेश में बड़ी आबादी है। कांग्रेस दलित समुदाय को यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि दलितों को मुख्यमंत्री बनाने वाली पार्टी कांग्रेस ही है। पंजाब के मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद से ही छत्तीसगढ़ में भी राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी अगले साल उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी द्वारा शुरू की जाने वाली ‘प्रतिज्ञा यात्रा’ कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए जल्द ही लखनऊ का दौरा करेंगी। सूत्रों ने कहा कि वह राज्य में पार्टी की चुनावी तैयारियों का आकलन करने के लिए घोषणापत्र समिति और चुनाव समिति के साथ बैठकें करेंगी।
प्रियंका के उत्तरप्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित किए जा रहे एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने की संभावना है। उत्तरप्रदेश में कांग्रेस अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ‘हम वचन निभाएंगे’ टैगलाइन के साथ ‘कांग्रेस प्रतिज्ञा यात्रा’ निकालेगी। प्रियंका ने कहा है कि यात्रा 12000 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और सभी प्रमुख गांवों और कस्बों से होकर गुजरेगी। यात्रा की तारीख अभी तय नहीं है, हालांकि सूत्रों का कहना है कि यह 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर शुरू होने की संभावना है।