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रायपुर

तीन लाख में हो जाती खरीदी, लेकिन कर रहे 18 करोड़ रुपए फिजूल खर्च

छत्तीसगढ़ दवा निगम के कारनामें, उपकरणों की खरीदी कर शासन को करोड़ों की चपत, 66 पीस की मांग, 36 हजार के लिए टेंडर

रायपुरApr 02, 2018 / 12:42 pm

Deepak Sahu

breast cancer medicine scam

रायपुर . छत्तीसगढ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन (सीजीएमएससी) में बेवजह उपकरणों की खरीदी कर शासन को करोड़ों का चूना लगाने की तैयारी की जा रही है। स्वास्थ्य संचालक ने इस खरीदी के लिए 15 जनवरी 2018 को पत्र क्रमांक / के. स्टोर/ 2018/ 935 के माध्यम से इसके लिए बाकायदा निविदा भी जारी कर दिया है।

जिला स्तर पर उपकरण बैच क्रमांक- इक्यू 131 माइक्रोपिपेट डिफरेंट वाल्युम की सिर्फ 66 पीस के लिए मांग पत्र भेजा गया था, लेकिन दवा निगम ने इस इक्यूपमेंट का बैच नंबर सीएन 34 में बदलकर 36 हजार 131 पीस के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है। सिर्फ टेंडर खुलना बाकी है। अहम बात यह है कि विभाग ने एक पीस की कीमत 5 हजार 250 रुपए तय किया है। इस तरह जिस उपकरण की आपूर्ति महज ३ लाख रुपए में होनी थी, अब वह तकरीबन 18 करोड़ रुपए की हो गई है।

बजट बढ़ाने कंज्युमेबल से इंस्ट्रुमेंट श्रेणी में डालकर खरीदी: दवा निगम के पास कंज्युमेबल के लिए बजट शासन से कम मिलता है। दूसरी ओर इंस्ट्रुमेंट के लिए इसका 10 गुना बजट दिया जाता है।

स्वास्थ्य सेवाएं के संचालक रानू साहू ने बताया कि जिस वित्तीय वर्ष में टेंडर जारी किया जाता है। उसी सत्र में खरीदी करना जरूरी होता है। यदि 2017-18 में टेंडर निकला था तो अब 2018-19 में उसे रद़्द माना जाएगा। एेसा आदेश मैंने जारी किया है।

सीजीएमएसी के प्रबंध संचालक वी रामाराव ने कहा कि अभी टेंडर खोला नहीं गया है। संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं की डिमांड पर ही खरीदी की जाती है।

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