रायपुर में 4 नए मरीज मिले हैं। बीते 48 घंटे में प्रदेश में 274 संक्रमित मरीज मिले हैं, जबकि 66 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। संक्रमित मरीजों में सर्वाधिक मजदूर हैं, जो महाराष्ट्र, दिल्ली और गुजरात से लौटे हैं। इन मरीजों में अन्य मरीजों की तुलना में वायरस लोड अधिक है। यही वजह है कि इनके ठीक होने में अधिक समय लग रहा है।
उधर, प्रदेश का कोरबा जिला एक बार फिर संक्रमण का हॉटस्पॉट बनता दिखाई दे रहा है। जिले के कोरबा ब्लॉक की कुदुरमाल के क्वारंटाइन सेंटर में 36 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, जबकि चार अन्य सेंटर में। यह भी मजदूर हैं, जो क्वारंटाइन सेंटर में थे।
प्रदेश के बस्तर संभाग के 5 जिले कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर और बीजापुर को छोड़ दिया जाए तो समूचा प्रदेश कोरोना वायरस की गिरफ्त में है। सर्वाधिक मरीज बिलासपुर संभाग में है। प्रदेश में मिले 878 मरीजों में से अकेले बिलासपुर संभाग में आंकड़ा 379 जा पहुंचा है। इसके बाद रायपुर में 177, दुर्ग में 148, सरगुजा संभाग में 156 और बस्तर संभाग में सबसे कम 23 मरीज मिले हैं। बस्तर से संक्रमित मरीजों के कम मिलने की वजह है, पलायन न होना।
मंदिरहसौद थाने का हवलदार भी संक्रमित
मंदिरहसौद थाने के हवलदार के पॉजिटिव आने के बाद थाने को सील कर दिया गया है। थानेदार समेत 11 स्टाफ को परिसर में ही बने मकान में क्वारंटाइन किया गया है। डॉक्टरों की टीम थाने के सभी स्टाफ का सैंपल ले रही है। स्थिति को देखते हुए थाने का कामकाज का जिम्मा पड़ोसी विधानसभा खाने थाने को सौंपा गया है।
प्रदेश में 81 हजार लोगों की सैंपलिंग
प्रदेश में अब तक 81173 लोगों की कोरोना सैंपलिंग की जा चुकी है। जिनमें 78,134 लोगों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। 22 सौ से अधिक लोगों की जांच लंबित है। इन 81 हजार में करीब 70 प्रतिशत श्रमिकों की सैंपल हैं, जो दूसरे राज्यों से आए हैं और क्वारंटाइन सेंटर में है।