लगभग 15-20 दिन से ट्रेनों के घंटों लेट से चलने के कारण रेलवे को खासी चपत लग रही है। यात्री एेसी ट्रेनों में सफर करने से मुंह मोडऩे लगे हैं।
रायपुर. लगभग 15-20 दिन से ट्रेनों के घंटों लेट से चलने के कारण रेलवे को खासी चपत लग रही है। यात्री एेसी ट्रेनों में सफर करने से मुंह मोडऩे लगे हैं। रेलवे के रिजर्वेशन ऑफिस के आंकड़े से यह बात सामने आई है कि जो रोजाना आधा दर्जन ट्रेनें लेट चल रही हैं। इसके चलते यात्री टिकट कैंसिल कराकर यात्रा ही स्थगित कर देते हैं। रोजाना टिकट कैंसिलेशन की स्थिति 300 से अधिक पहुंच गई हैं।
ट्रेनों के 10 से 15 घंटे लेट चलने के कारण, जिन यात्रियों ने दो से तीन महीने पहले टिकट ले रखा था, वे भी कैंसिल कराने पहुंच रहे हैं। आरक्षण केंद्र के अधिकारियों का कहना है कि लगभग 15 दिन से कैंसिलेशन की गति तेज हो गई है।
कैंसिलेशन चार्ज ही लग रहा हाथ
लोग हर श्रेणी के टिकट कैंसिल करा रहे हैं। जबकि इससे पहले तक जो टिकट कैंसिल होता था, उसमें अधिकतर वेटिंग के टिकट होते थे। इस समय लोग कन्फर्म टिकट भी कैंसिल करा रहे हैं, खासकर उन ट्रेनें जिनका टाइम टेबल पूरी तरह से बिगड़ा हुआ है। रेलवे को एेसे टिकट पर केवल कैंसिलेशन चार्ज ही हाथ लग रहा है।
सीनियर डीसीएम आर. सुदर्शन ने कहा कि कोहरे के कारण ट्रेनों का परिचालन बिगड़ा हुआ है। इसलिए यात्री टिकट कैंसिल करा रहे हैं। अभी स्थिति सामान्य होने में समय लग सकता है।
ट्रेनें घंटों लेट
उत्तर भारत में छाए कोहरे का असर सबसे अधिक नई दिल्ली, यूपी और बिहार से आने वाली ट्रेनों पर पड़ा है। रविवार को भी छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस 12 घंटा, सारनाथ 13 घंटा, गोंडवाना 10 घंटा, बरौनी-गोंदिया 15 घंटे तक लेट रही। इन ट्रेनों को 3 से 4 घंटे री-शेड्यूल कर चलाया जा रहा है।