यह बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस बैठक से पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश के कुछ जिलों का दौरा किया था। इसमें हार के कारणों की समीक्षा भी की गई थी। वहीं बुधवार को केंद्रीय नेतृत्व ने डॉ. अनिल जैन को लोकसभा चुनाव का प्रभारी भी बनाया गया है।
माना जा रहा है कि शाह और रमन के बीच हुई महत्वपूर्ण बैठक में हार के कारणों पर भी विस्तार से चर्चा हुई है। साथ ही लोकसभा चुनाव में जैन को प्रभारी बनाए जाने को लेकर भी चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है। दरअसल, जैन ही विधानसभा चुनाव के समय प्रभारी की भूमिका में थे।
इंतजार हुआ लंबा
प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष के चयन का इंतजार लंबा होते जा रहा है। हालात यह है कि भाजपा को मिली करारी हार के बाद अब तक विधायक दल की बैठक भी नहीं बुलाई गई है। जबकि विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा हुए 16 दिन हो गए हैं। इसके अलावा विधानसभा चुनाव के बाद अब तक प्रदेश स्तर पर समीक्षा बैठक भी नहीं हो सकी। इसे लेकर भी कार्यकर्ताओं में थोड़ी निराशा है।
अब नेता प्रतिपक्ष के चयन के लिए दिल्ली के पर्यवेक्षक के आने का इंतजार किया जा रहा है। माना जा रहा है कि दो-तीन दिन के भीतर भाजपा अपने नेता प्रतिपक्ष का चयन कर लेगी। वैसे भी 4 जनवरी से पांचवीं विधानसभा का पहला सत्र शुरू होने जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में अब तक पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, शिवरतन शर्मा, धरमलाल कौशिक, ननकीराम कंवर, डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी जैसे कई नाम सामने आ रहे हैं।