पर्यावरणीय संरक्षण के मिल सकते हैं निर्देश
कमल विहार के मामले में आरडीए को पर्यावरण संरक्षण के दिशा-निर्देश मिल सकते हैं, वहीं कमल विहार के निर्माण से लेकर अब तक पर्यावरणीय नुकसान को लेकर भी जबाब मांगा जा सकता है। पर्यावरणीय संरक्षण को लेकर आरडीए को कमल विहार में दोगुना काम करना पड़ सकता है। वर्तमान में सिटी पार्क के अलावा कोई भी गार्डन विकसित नहीं किया जा सका है, जबकि 15 अलग-अलग सेक्टर में 15 से 20 छोटे-बड़े गार्डन का प्रावधान किया गया है।
निवेशक- आवंटिती- लगभग 14000
सेक्टर-15
जमीन मालिक- 7000
फ्लैट मालिक- 8200
कमल विहार में 14 हजार ग्राहक
आरडीए के इस प्रोजेक्ट कमल विहार में ग्राहकों की संख्या 14 हजार है। इसमें 7000 जमीन मालिक है, वहीं 8200 लोगों को फ्लैट आवंटित किया गया है। 1600 एकड़ में टीडीएस-04 के अंर्तगत कमल विहार का निर्माण किया गया है। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद कमल विहार में निवेश करने वाले निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। आरडीए के आला अधिकारियों का कहना है कि अभी नोटिस की कॉपी मिली नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का पालन किया जाएगा, जवाब भी पेश करेंगे।