हार-जीत से ज्यादा लर्निंग एक्सपीरियंस जरूरी
रणविजय ने कहा कि किसी भी फील्ड में हार-जीत से ज्यादा मायने रखता है कि आपने क्या सीखा। आपका कॉन्फिडेंस और नेटवर्र्किंग बढऩा चाहिए। आपको समझना चाहिए कि सामने वाला बेहतर है तो क्यों? उससे डिस्कशन कर टिप्स ले सकते हैं। जितना ज्यादा लर्निंग एक्सपीरियंस रहेगा आप उतनी ऊंचाई पर जाएंगे।टैलेंट नहीं डिफरेंट और दिलचस्प लोग चाहिए
रियलिटी शो में डांट फटकार की असलीयत पूछने पर उन्होंने कहा कि हंड्रेस परसेंट सच्चाई होती है। शो के लिए हमें पॉवरफुल यूथ चाहिए तो हम स्पोट्र्स पर्सन सलेक्ट कर सकते हैं। अच्छा डांसर चाहिए तो किसी भी डांस एकेडमी से स्टूडेंट्स हायर कर सकते हैं लेकिन हमको कंसेस्टेंट देखना होता है कि इन्हें 20 लोगों के बीच रखें तो खुद को कैसे एक्सप्रेस कर सकता है। किसी को एक्सपोजर तो किसी को एडवेंचर चाहिए होता है। डिफरेंट युवा रोडिज तक पहुंचते हैं।ऑडिशन देकर ही यहां तक पहुंचा हूं
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि रोडिज में आने के लिए मैंने भी ऑडिशन दिया था। मेरे लिए हमेशा कुछ न कुछ टास्क रहता है, भले कंस्सटेंट से अलग हो लेकिन हमेशा नई जगह में जाना, ऊंचाई में चढऩा किसी टास्क से कम तो नहीं। बॉलीवुड में एंट्री के सवाल पर उन्होंने बताया कि रोडिज के ऑडिशन लेते वक्त मेरे पास एक्शन रिप्ले के ऑडिशन देने का फोन आया। मुझे यह भी कहा गया कि टफ है लेकिन पूरा किया तो लाइफ सेटल। मैंने इसे टॉस्क के रूप में एक्सेप्ट किया और सलेक्ट हुआ।डायरेक्टर को दी बधाई
उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ छात्रों की विभिन्न प्रतिभाओं को प्रदर्शित करने का यह सर्वश्रेष्ठ मंच साबित होगा। संस्था का आभार प्रकट करते हुए इस आयोजन के लिये खुशी जताई एवं संस्था के काइट के संचालक अभिषेक अग्रवाल को इस बधाई दी रणविजय का कहना है कि संस्था में अध्ययनरत छात्र-छात्रायें पढ़ाई के साथ-साथ सिनेमा व टीवी शोके क्षेत्र में अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर सकते है। इस आयोजन को कराने में कृति इंस्टीट्युट के छात्रों की भी अहम भूमिका रही। कार्यक्रम में अभिषेक अग्रवाल व दिव्या अग्रवाल, शैक्षणिक संचालक डॉ. बी.सी. जैन ल्ठ इंटरटेनमेंट से श्री सिमरन अग्रवाल भी उपस्थित रहे और उन्होंने इस आयोजन की जानकारी दी।