अहम बात यह है कि जिला प्रशासन ने अभी तक कीमतों में नियंत्रण के लिए अब तक कोई टीम नहीं बनाई है। बीते साल इसी समय खाद्य एवं उद्यानिकी विभाग की टीम सब्जियों व अन्य वस्तुओं की कीमतों पर नियंत्रण के लिए बनाई गई थी। यह टीम डेली उपयोग की वस्तुओं की प्रतिदिन की कीमत तय करती थी। बाकायदा इसकी सूची भी जारी की जाती थी। वर्तमान में इसके लिए न ही टीम बनाई गई है ना ही हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है।
बढ़ गए गुटखा, गुड़ाखू की कीमत
लाकडाउन की अफवाह के बाद से ही राजधानी में गुटखा और गुड़ाखू की कीमत में इजाफा हो गया है। पुरानी बस्ती स्थित एक गुटखा माफिया ने प्रतिबंधित तंबाखू युक्त गुटखा का बड़ा स्टॉक मंगवा लिया है। उसके कैलाशपुरी स्थित गोदाम से भारी मात्रा में स्टॉक शहर में डिस्ट्रीब्युट किया जा रहा है। जबकि कई जिलों में कलेक्टरों ने गुटखा, तंबाकू की बिक्री पर रोक लगा रखी है।