पत्रिका के द्वारा जब इस खेल का खुलासा किया गया तो आरंग के एसडीएम नें सिंचाई विभाग के अधिकारी को नोटिस जारी कर नहर के हस्तांतरण से संबंधित दस्तावेज मंगवाए हैं। विभाग के अधिकारी अजय श्रीवास्तव ने बयान दिया था कि नहर राजस्व विभाग को हस्तांतरित कर दी गई है। जिसका कोई रिकार्ड आरंग तहसील में उपलब्ध नहीं है।
तहसीलदार के लौट फिर शुरू होगा निर्माण
एसडीएम और तहसीलदार के सख्त रवैय्या के बाद भी ठेकेदार की मनमानी खत्म नहीं हुई। 12 बजे दोपहर कब्जा स्थल से लौटीं तो फिर ठेकेदार के कर्मचारियों ने बाउंड्रीवाल का काम शुरू कर दिया।
मौके पर 4 एकड़ जमीन पर कब्जा मिला
एसडीएम ने पटवारी को भी फटकार लगाई है। एसडीएम के आदशे पर तहसीलदार ज्योति सिंह शनिवार की सुबह मौके पर पहुंची। यहां पर रसूखदार ठेकेदार द्वारा बाउंड्रीवाल निर्माण किया जा रहा था। तहसीलदार ने काम बंद कराया और जांच की। जिसमें जानकारी सामने आई वह चौंकाने वाली थी। ठेकेदार की 9 एकड़ खुद की जमीन यहां है, लेकिन पटवारी से सांठगांठ करके उसने नहर तोडकऱ 4 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया।