मेट्रोसिटी की तर्ज पर विशाल मच्छली घर
जानकारी के अनुसार इस मच्छली घर को विदेश और मेट्रोसिटी की तर्ज पर समुद्री जीव-जंतुओं का विशाल बसेरा बनाया जाएगा। इसका पूरा खाका तैयार हो चुका है। आगामी दो महीने में इसे बनाकर तैयार किया जाएगा। प्रदेश का यह पहला अनोखा मच्छली घर होगा। जिसके भीतर प्रवेश करने के बाद लोग शॉर्क और ऑक्टोपस जैसे खतरनाक समुद्री जीव-जंतुओं को अपने परिवार के साथ पानी के करीब देख सकेंगे।
10 करोड़ की लागत से होगा तैयार, दो मंजिला रहेगा
प्रदेश के अपने तरह के इस अनोखे मच्छली घर के निर्माण में करीब 10 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसका भवन दो मंजिला रहेगा। इसका निर्माण बूढ़ातालाब गार्डन के पास किनारे किया जाएगा। इसे तीन लेयर में तैयार किया जाएगा। चूंकि इसमें समुद्री जीवों की भरमार रहेगी। इसलिएखारे पानी के साथ ही तापमान को नियंत्रित करने का यंत्र भी इसमें लगाया जाएगा।
पर्यटन केंद्र के रूप में विकासित होगा : महापौर
महापौर एजाज ढेबर (Raipur Mayor Aijaz Dhebar) ने बताया कि इस एक्वेरियम की तैयारी के लिए स्मार्ट सिटी के अधिकारी विदेशों के साथ ही विशाखापट्टनम और मुंबई में बने ऐसे ही एक्वेरियम के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं। इसके तैयार होने के बाद बूढ़ातालाब के साथ ही राजधानी रायपुर पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो जाएगा। यह मरीन एक्वेरियम तालाब के बीच में स्थित गार्डन की खाली जमीन पर पानी की सतह के ठीक ऊपर तैयार किया जाएगा।