क्वींस क्लब प्रदेश के जनप्रतिनिधियों और आईपीएस अधिकारियों की कॉलोनियों से लगा हुआ है। इसी कॉलोनी में पूर्व सीएम, वर्तमान सीएम के रिश्तेदार, विधायक समेत प्रशासनिक अधिकारी रहते है। इस कॉलोनी में चौकसी के इंतजाम नहीं है। क्वींस क्लब में विवाद और गोलीकांड की घटना के बाद आरोपी फरार हो जाते है ओर उन्हें किसी भी नाकेबंदी पर रोका नहीं जाता है। वीआईपी रोड में अधिकतर मारपीट, विवाद जैसी घटनाएं सामने आती है। इन घटनाओं के बाद भी पुलिस चौकसी नहीं बरतती है।
वीआईपी कॉलोनी में संचालित नामी होटलों में लॉकडाउन के बावजूद शनिवार-रविवार को कारोबार संचालन होता है। होटल के अंदर अपने ग्राहकों को कारोबार खाना, शराब, समेत अन्य सामान उपलब्ध कराते है। इन सभी काम की जानकारी पुलिस अधिकारियों को भी है। जानकारी होने के बावजूद कोरोना संक्रमण को बुलावा दे रहे, इन कारोबारियों पर ठोस कार्रवाई नहीं होती है।
वीआईपी रोड़ हुक्का पार्लर संचालकों का मनपसंद इलाका है। इस इलाके में छोटे-बड़े कैफे और पार्लर मिलाकर दो दर्जन से ज्यादा हुक्कर पार्लर है। माना और तेलीबांधा थानाक्षेत्र के अधीनस्थ आने वाले इन इलाको में आए दिन पार्टी होने की जानकारी सोशल मीडिया में आती रहती है।