10 से 15 साल का प्रस्ताव
स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के अनुसार लोकल एरिया प्लान (एलएपी) के लिए जो प्रपोजल बनाए जाएंगे, वह 10 से 15 साल के लिए होगा। जिस मोवा क्षेत्र को चिन्हित किया गया है, वहां अभी जो जैसा है, उसे स्मार्ट क्षेत्र कैसे डेवलप किया जा सकता है, इस पर प्लान तैयार किया जाएगा। इसकी अनुरूप वहां 10 से 15 साल में उस क्षेत्र को स्मार्ट क्षेत्र डेवलप किया जाएगा।
इधर, एबीडी एरिया का एक भी बड़ा प्रोजेक्ट नहीं उतरा धरातल पर
स्मार्ट सिटी के अधिकारी भले ही अपनी राजधानी रायपुर को लोकल एरिया प्लान के लिए चिन्हित होने पर खुश हो रहे हो, लेकिन शहरवासियों के लिए बड़ी दुख की बात यह है कि पिछले साढ़े तीन साल में स्मार्ट सिटी के लिए चिन्हित एबीडी एरिया में एक भी बड़े प्रोजेक्ट को धरातल पर नहीं उतार पाया। पैसे की बर्बादी काम खूब किया गया। प्रदूषण कम करने के लिए साइकिल टै्रक बनाया गया। पब्लिक साइकिल शेयरिंग योजना की शुरु करने के लिए साइकिलें भी मंगाई गई, लेकिन यह योजना शुरू होने के पहले ही बंद कर दी गई। आश्चर्य की बात तो यह है कि स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारियों ने इस योजना के तहत चार करोड़ रुपए का भुगतान भी कर दिया गया।
ये प्रोजेक्ट धरातल पर नहीं उतारा
– अंडर ग्राउंड सीवरेज सिस्टम ।– 24 घंटे पानी सप्लाई।
– स्मार्ट रोड ।
– शास्त्री मार्केट का जीर्णोद्धार।
– गोलबाजार को स्मार्ट मार्केट ।
– थीम बेस्ड मार्केट ।
– स्मार्ट पाार्र्किंग ।
– मालवीय रोड को वन-वे ।
– गंज मंडी में कारपोरेट बिल्डिंग का निर्माण ।
कोट्
देशभर के स्मार्ट 25 शहरों में से रायपुर को भी लोकल एरिया प्लान के लिए चिन्हित किया गया है। इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर भारत सरकार को भेज दिया गया है। एबीडी एरिया के सभी प्लान यथावत रहेगा। उस पर भी काम शुरू किया जाएगा।
– एसके सुंदरानी, जीएम तकनीकी, स्मार्ट सिटी कंपनी रायपुर
– एजाज ढेबर, महापौर, नगर निगम रायपुर
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