यह खंडग्रास सूर्यग्रहण पूरे देश में दिखाई देगा। पंडित मनोज शुक्ला के अनुसार सूर्य ग्रहण मृगशिरा नक्षत्र व मिथुन राशि में होगा। ग्रहण का मध्य दोपहर 12:11 बजे मोक्ष काल दोपहर 1:59 मिनट बजे होगा। सूर्य ग्रहण का सूतक शनिवार की रात 10:25 से लगा है। जो ग्रहण समाप्त होने तक रहेगा। ग्रहण काल में ध्यान, मंत्र, स्त्रोत, पाठ मंत्र सिद्धि, तीर्थ स्नान, कीर्तन व दान करना चाहिए। मोक्ष के बाद पुण्य स्नान करने का फल प्राप्त होता है।
सूर्य ग्रहण 2020 के दौरान जरूर बरतें यह सावधानियां
– सूर्य ग्रहण को आंखों पर बिना किसी सुरक्षा के नहीं देखना चाहिए।
– ग्रहण के दौरान आपको अपनी आंखों पर ग्रहण के दौरान प्रयोग किये जाने वाले चश्में लगाने चाहिए।
– इसके अलावा सामान्य दर्पण या तस्तरी में पानी डालकर सूर्य ग्रहण को देखा जाना चाहिए।
– इस दौरान तेज किनारों वाली वस्तु जैसे, चाकू, छुरी का प्रयोग न करें।
– ग्रहण के दौरान भोजन और पानी का सेवन न करें।
– इस समय पूजा करना और स्नान करना भी शुभ नहीं माना जाता।