हत्या के बाद नाटक
हत्या करने के बाद आरोपी दूसरे गांव में नाचा देखने चला गया। वहां लोगों से मिलने के बाद महादेवघाट चला गया और वहां भी कई लोगों से मुलाकात की। इसके बाद सुबह करीब 5 बजे लौटा। उस समय तक तीनों के शरीर से आग बुझ चुकी थी। इसके बाद चंद्रकांत ने नाटक किया। वह गली में निकला और बेहोश होकर गिर पड़ा। उस समय महिला के कुछ रिश्तेदार जाग चुके थे। चंद्रकांत को गिरते हुए देखा, तो उसके पास पहुंचे। फिर चंद्रकांत ने घटना की जानकारी दी। पुलिस को चंद्रकांत पर ही शक था। उससे पूछताछ की गई, तो आरोपी हत्या करने के बाद जहां-जहां गया था, वहां जिन लोगों से मिला था, उनका नाम पुलिस को बताता था। अंतत: देर रात को आरोपी पुलिस के सामने टूट गया और हत्या करना स्वीकार किया।एफआईआर कराने बुलाया था दामाद को
दुलोरीन बाई के बैंक खाते से किसी ने पिछले माह 1 लाख 40 हजार रुपए निकाल लिए थे। इसकी शिकायत थाने में करने के लिए उन्होंने पाटन के ग्राम पीटकोना निवासी अपने दामाद चंद्रकांत को बुलाया था। वह उसके साथ थाने जाने वाली थी। चंद्रकांत के मुताबिक वह बुधवार सुबह 9 बजे गांव पहुंच गया था। लेकिन किसी काम के चलते दुलोरीन थाने नहीं गई। गुरुवार को थाने में शिकायत करने वाले थे। शाम को गांव में एक व्यक्ति के घर खाने का निमंत्रण था। शाम को दुलोरीन वहां चली गई। शाम को चंद्रकांत शराब पीकर लौटा और उसने दुलोरीन से मछली बनाने के लिए कहा। दुलोरीन ने मना कर दिया था। मृतका की बेटी मनीषा दोपहर में ही मुर्रा गांव चली गई थी। इस कारण घर में केवल महिला और उसके दो बेटे ही रह गए थे।…और किया विस्तृत खुलासा
उरला थाने सीएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि आरोपी ने अपनी सास और दोनों बच्चों की हत्या करना कबूल किया है। आरोपी से अन्य बिंदुओं पर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही पूरे मामले का विस्तृत खुलासा किया जाएगा।