जानकारी के मुताबिक सेजबहार इलाके के ग्राम धुसेरा निवासी धमेंद्र कुमार ऑडिल(25) के खिलाफ पुरानी बस्ती पुलिस ने प्रोफेसर कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर बुधवार को धारा 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई थी। इस दौरान युवक ने खुद को बेकसूर बताया था। उसने जबरदस्ती फंसाने की जानकारी देते हुए पुलिस से गुहार लगाई थी।
अपराध दर्ज करने के बाद पुलिस ने परिजनों को सूचना दी। इसके बाद युवक के माामा रवि गिलहरे और भाई मनीष दोनों पहुंचे। दोनों थाने में पुलिस वालों से पूछते रहे कि अपराध क्यों दर्ज किया गया है? किसी ने कुछ नहीं बताया। ढाई बजे पुलिस ने युवक को हथकड़ी के साथ एसडीएम कोर्ट में पेश किया।
वहां से परिजनों ने जमानत में उसे छुड़ाया और घर ले गए। अपने ऊपर हुई कार्रवाई से धमेंद्र काफी दुखी था। रात में खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में चला गया। इसके बाद रात में उसने अपने स्कॉर्फ से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सुबह करीब 6 बजे उसके परिजनों को पता चला। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
आईपीएस ने किया प्रताडि़त
मृतक के मामा रवि का आरोप है कि पुलिस की कार्रवाई पक्षपातपूर्ण थी। आईपीएस रत्ना सिंह ने उसे प्रताडि़त की है। इसके चलते धमेंद्र ने खुदकुशी कर ली। कार्रवाई के बाद से धमेंद्र एक ही बात बार-बार दोहरा था कि उसने कुछ नहीं किया है। पुलिस ने मेरा कैरियर बर्बाद कर दिया। मुझे हथकड़ी लगाकर पेश किया गया। अब मैं कुछ नहीं कर पाऊंगा। धमेंद्र को परिवार वालों ने कोर्ट के बाहर काफी समझाया। इसके बाद उसे घर ले गए। रात में खाना खाकर सब सो गए। सुबह 6 बजे उठे तो वह बाहर फांसी में लटके मिला।
पुलिस का दावा
पुरानी बस्ती थाना प्रभारी व प्रशिक्षु आईपीएस रत्ना सिंह ने बताया कि 30 नवंबर को प्रोफेसर कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत की थी कि धमेंद्र की उसकी पत्नी के फेसबुक को हैक करके परेशान कर रहा है। महिला के फोटो उसके परिवार वालों को भेज रहा है। और घर वालों से गाली-गलौज करते हुए धमकी देता है। इस आधार पर उसके खिलाफ की गई। मृतक को किसी तरह की प्रताडऩा नहीं दी गई है। शिकायत पर कार्रवाई की गई है।
कार्रवाई पर उठे सवाल
पूरे मामले में पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में हैं। जानकारी के मुताबिक जिस व्यक्ति ने थाने में शिकायत की है। शिकायत पत्र के मुताबिक मृतक और महिला की फेसबुक के जरिए दोस्ती हुई थी। बाद में महिला ने अपना फेसबुक एकाउंट बंद कर दिया। इसके बाद धमेंद्र ने उसकी पत्नी की फेक फेसबुक एकाउंट बना लिया। फिर परिवार के अन्य सदस्यों से झूठ बोलकर पत्नी का नंबर ले लिया।
इसके बाद उसकी पत्नी, उसके पिताजी और उसे फोन करके अश्लील बातें कर रहा है और धमकी देते आ रहा है। और 29 नवंबर को घर के आंगन में आकर उसकी पत्नी को अश्लील इशारे कर रहा था और डराने का प्रयास कर रहा था। इससे हमारा पूरा परिवार डरा हुआ महसूस कर रहा है।
शिकायत पत्र में धमेंद्र का मोबाइल नंबर-6260584821 का जिक्र किया गया है। इसके अलावा मोबाइल नंबर 73810445681,8268380176, 8268380176, 7873161271, 6384820692, 9843035469, 6267182111 से धमकी देने की शिकायत की गई है।
पूरे मामले में पुलिस ने फेसबुक एकाउंट और मोबाइल नंबरों की जांच किए बिना कार्रवाई कर दी है। ये मोबाइल नंबर धमेंद्र के हैं या नहीं? इसकी जांच किए बिना ही उसके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर दी गई। इससे युवक डिप्रेशन का शिकार हो गया।
चैटिंग डिलिट कर दी
परिजनों के मुताबिक युवक के मोबाइल से पुलिस ने मैसेज, चैटिंग, फोटो जैसे महत्वपूर्ण डाटा डिलीट कर दिया। ये युवक के बेगुनाह होने के सबूत थे। इससे पुलिस की एकपक्षीय कार्रवाई सामन आ सकती थी। यही वजह है कि पुलिस ने धमेंद्र के मोबाइल का डाटा डिलीट कर दिया। इसके बाद मोबाइल वापस दिया गया।
दो साल से दोस्ती, फिर अभी शिकायत
पुलिस के मुताबिक महिला और उसके पति के साथ पिछले दो साल से इस तरह का हरकत कर रहा था। इससे सवाल यह भी उठता है कि अगर महिला का युवक पिछले दो साल से इस तरह परेशान कर रहा था, तो महिला और उसके पति ने थाने में शिकायत क्यों नहीं की। और अगर मामला सही था, तो पुलिस ने आईटी एक्ट व अन्य धाराओं के तहत अपराध क्यों दर्ज नहीं किया?