हमारे फ्लाईओवर के नीचे ऐसी तस्वीर 800 मीटर लंबी कांशीराम नगर के पास रिंगरोड पर आर्च ओवरब्रिज केनाल रोड को जोड़ती है। इसके नीचे के खाली जगह की बगिया बर्बाद हो चुकी है। 900 मीटर लंबा फ्लाईओवर आमानाका रेलवे क्रॉसिंग का है। इसके नीचे की जगह बदहाल है। कबाड़ गाड़ियां, ठेले और पंक्चर बनाने की दुकानें खुल चुकी हैं। 750 मीटर लंबा खमतराई ओवरब्रिज है, यहां ठेले और सब्जी बाजार से बेतरतीबी का आलम नजर आता है। 650 मीटर लंबा शंकरनगर ओवरब्रिज ब्रिज के नीचे की जगह का हाल भी कांशीराम नगर जैसा है। पौधे सूख चुके हैं, चित्रकारी भी धूमिल पड़ने लगी है। 700 मीटर लंबा मोवा-पंडरी ओवरब्रिज, जहां दोनों तरफ ठेलेवालों का कब्जा है। ऐसा ही हाल तेलीबांधा एक्सप्रेस-वे के ओवरब्रिज का भी हो चुका है।
हमारे फ्लाईओवर के नीचे ऐसी तस्वीर 800 मीटर लंबी कांशीराम नगर के पास रिंगरोड पर आर्च ओवरब्रिज केनाल रोड को जोड़ती है। इसके नीचे के खाली जगह की बगिया बर्बाद हो चुकी है। 900 मीटर लंबा फ्लाईओवर आमानाका रेलवे क्रॉसिंग का है। इसके नीचे की जगह बदहाल है। कबाड़ गाड़ियां, ठेले और पंक्चर बनाने की दुकानें खुल चुकी हैं। 750 मीटर लंबा खमतराई ओवरब्रिज है, यहां ठेले और सब्जी बाजार से बेतरतीबी का आलम नजर आता है। 650 मीटर लंबा शंकरनगर ओवरब्रिज ब्रिज के नीचे की जगह का हाल भी कांशीराम नगर जैसा है। पौधे सूख चुके हैं, चित्रकारी भी धूमिल पड़ने लगी है। 700 मीटर लंबा मोवा-पंडरी ओवरब्रिज, जहां दोनों तरफ ठेलेवालों का कब्जा है। ऐसा ही हाल तेलीबांधा एक्सप्रेस-वे के ओवरब्रिज का भी हो चुका है।