15 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Rajiv Ranjan

Biography not available

Author Details





Title Imageभ्रष्टाचार का सौंदर्यीकरण समझना हो तो एक बार बूढ़ातालाब घूम आइए। पुराने (नीलाभ) गार्डन से नए गार्डन तक… स्मार्ट सिटी ने इसे संवारने पर 32 करोड़ खर्च कर डाले। री-डेवलपमेंट के नाम पर म्यूजिकल फाउंटेन, प्ले ग्राउंड, करोड़ों की लाइङ्क्षटग, जैटी, बोङ्क्षटग समेत जितने भी ताम-झाम किए गए, आज सब मटियामेट हो चुकी है। स्मार्ट सिटी कंपनी ने इस प्रोजेक्ट को पर्यटन मंडल को हैंडओवर कर यह कहकर पल्ला झाड़ लिया है कि अब मेंटनेंस की जिम्मेदारी पर्यटन मंडल की है। वहीं, पर्यटन मंडल मुंबई की एजेंसी का नाम लेकर अनभिज्ञता दर्शा रहा है। मानो वहां के हाल उन्हें पता ही नहीं है, उनके मुताबिक उन्हें यह भी पता नहीं कि बोङ्क्षटग तो शुरू होते ही बंद पड़ी है और सारी सुविधाएं कबाड़। कड़वा सच तो यह भी है कि स्मार्ट सिटी के काम केवल खानापूर्ति जैसे ही थे, दम नहीं था। कैसे ! आइए समझते हैं

ओवर’ स्मार्ट सिटी में भ्रष्टाचार का सौंदर्यीकरण



Title Imageतेलीबांधा तालाब: रहस्यमयी मौत से उठ रहे कई सवालगंदे पानी और ऑक्सीजन की कमी, मर रहीं मछलियां रायपुर तेलीबांधा तालाब में मछलियों की मौत को लेकर शासन-प्रशासन की चिंता बढ़ती जा रही है। लेकिन, शासन-प्रशासन के अधिकारियों ने अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं निकाला है। क्योंकि, मछलियों की रहस्यमयी मौत का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। कोई ऑक्सीजन की कमी तो कोई सीवरेज का गंदा पानी तो कोई बढ़ते तापमान को कारण बता रहा है। लेकिन, हकीकत क्या है इसके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। हालांकि, ऑक्सीजन की कमी न हो इसके लिए नगर निगम ने तालाब में चूना और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया है।

तेलीबांधा तालाब: रहस्यमयी मौत से उठ रहे कई सवाल गंदे पानी और ऑक्सीजन की कमी, मर रहीं मछलियां

Title Imageसावधान… ये रेलवे की पंडरी मोवा अंडरब्रिज है, जरा बचके…राजधानी के पंडरी-मोवा रेलवे क्रासिंग पर अंडरब्रिज का निर्माण रेलवे ने कराया है। उस अंडरब्रिज की सड़क खस्ताहाल है। सड़क उखड़ रही है, कई जगह गड्ढों में तब्दील है। यह कैसा मरम्मत… खराब हिस्से तक को ठीक नहीं कराया गया। वहीं पानी लगातार रिसने से झीटे मारते हुए वाहन आगे बढ़ते हैं। अंडरब्रिज में दोनों तरफ से आने-जाने वाले वाहन चालकों के लिए मिरर भी लगाया था, वह खराब है, जिसे बदला नहीं गया। इसलिए दुर्घटना का भी कम खतरा नहीं है। जबकि चार दिनों तक आवाजाही बंद करके मरम्मत कराने के दावे किए गए, जो केवल खानापूर्ति साबित हो रहा है

सावधान... ये रेलवे की पंडरी मोवा अंडरब्रिज है, जरा बचके.



Title Imageरेलवे गैंग: ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने रेलवे क्रॉसिंग पर बदली पुरानी पटरीट्रेनों की स्पीड़ बढ़ाने में रेलवे जुटा हुआ है। यह काम एक साल पहले हो जाना था, परंतु लेटलतीफी की वजह से अभी कई सेक्शन में पटरी दुरुस्त का काम चल रहा है। रेलवे क्रासिंग पर दब चुकी पटरी को ऊपर उठाने के साथ ही पुरानी पटरी बदली जा रही है। ताकि आने-जाने ट्रेनें धड़ाधड़ दौड़ें। इन दिनों रायपुर स्टेशन से सरोना के बीच रेलवे की गैंग पटरी पर उतरी है। शुक्रवार को इस सेक्शन के दायरे को सुधारने में गैंग जुटी नजर आई। सरस्वती नगर फाटक पर सड़क के बराबर हो चुकी पटरी ऊपर उठाने के लिए खुदाई कराकर दोनों तरफ गिट्टी बिछाई गई। गर्मी के पीक सीजन में लगातार रेल पटरी का काम चलने की वजह से सेक्शनों में धीमी गति से ट्रेनें निकल रही हैं, परंतु ये काम हो जाने पर नागपुर से झारसुगुड़ा तक 160 किमी प्रतिघंट की रतार ट्रेनें चलाने का प्लान रेलवे प्रशासन ने किया है

Railway Gang: Old track changed at railway crossing to increase speed of trains







Title Imageबूढ़ातालाब गार्डन: सौंदर्यीकरण की उड़ रही धज्जियां, बूढ़ातालाब में नया उद्यान बनने के बाद पुराने उद्यान के रखरखाव की ओर न तो स्मार्ट सिटी प्रबंधन ध्यान दे रहा है और न ही नगर निगम प्रबंधन। बूढ़ातालाब के पुराने उद्यान के प्रवेश द्वार में बोटिंग स्टेशन के लिए बनाए गए वुड फ्लोर का बुरा हाल है। लकड़ी की पटनी सड़ कर टूट रही है। असामाजिक तत्वों के जमावड़े से कचरों का अंबार लगा हुआ है। लकड़ी का शेड पूरी तरह गायब है। लाइट का खंभा भी असामाजिक तत्वों ने गायब कर दिया है। बोटिंग स्पॉट पर पर्यटकों की बोटिंग के लिए रखा गया बोट भी डूब गया है। इस अव्यवस्था के आलम की सुध लेने वाला अब तक कोई नहीं पहुंचा है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि अब कब तक इस दुर्दशा को सुधारा जाएगा।

बूढ़ातालाब गार्डन: सौंदर्यीकरण की उड़ रही धज्जियां, मेंटेनेंस नहीं