कमजोरी दूर करें
शारीरिक दुर्बल व्यक्ति के लिए त्रिफला का सेवन रामबाण साबित होता है. इसके सेवन करने वाली व्यक्ति की याद्दाश्त भी अन्य लोगों के मुकाबले तेज होती है. इसका सेवन करने से दुर्बलता कम होती है. दुर्बलता को कम करने के लिए त्रिफला को हरड़, बहेड़ा, आंवला, घी और शक्कर को मिलाकर खाना चाहिए.
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए
त्रिफला चूर्ण का सेवन मानव शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देता है. यदि आपके शरीर में दुर्बलता है तो भी त्रिफला चूर्ण का सेवन कर आप अपने शरीर का कायाकल्प कर सकते हैं. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आप इसका कई वर्ष तक नियमित रूप से सेवन करें.
हाई ब्लड प्रेशर में राहत
त्रिफला का सेवन करने से हृदय रोग, मधुमेह और उच्च रक्तचाप में आराम मिलता है. यदि आप भी उच्च रक्तचाप या मुधमेह के बढ़ते स्तर से परेशान हैं तो तीन से चार ग्राम त्रिफला के चूर्ण का सेवन प्रतिदिन रात को सोते समय दूध के साथ कर लें. राहत मिलेगी.
कब्ज से राहत
त्रिफला चूर्ण का सबसे पहला यही गुण है कि यह कब्ज से राहत देता है. आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, अनियमित खान-पान और तनाव भरे माहौल में ज्यादातर लोग कब्ज व शारीरिक सुस्ती से ग्रस्त रहते हैं. ऐसे लोगों को त्रिफला का सेवन नियमित गुनगुने पानी के साथ करना चाहिए.
नेत्र रोग से राहत मिले
त्रिफला के चूर्ण को पानी में डालकर आखों को धोने से आखों की परेशानी दूर होती है. मोतियाबिंद, आखों की जलन, आखों का दोष और लंबे समय तक आखों की रोशनी को बढ़ाए रखने के लिए 10 ग्राम गाय के घी में एक चम्मच त्रिफला चूर्ण और पांच ग्राम शहद को मिलाकर सेवन करें.
चर्म रोग दूर करें
चर्म रोग जैसे दाद, खाज, खुजली, फोड़े-फुन्सी की समस्या में सुबह-शाम 6 से 8 ग्राम त्रिफला चूर्ण खाने से फायदा होता है. एक चम्मच त्रिफला को एक गिलास ताजा पानी में दो-तीन घंटे के लिए भिगो दें. अब इस पानी की घूंट भरकर मुंह में थोड़ी देर के लिए डाल कर अच्छे से कई बार घुमाये और इसे निकाल दें. इससे मुंह की समस्या में राहत मिलेगी.
सिर दर्द में गुणकारी
त्रिफला, हल्दी, चिरायता, नीम के अंदर की छाल और गिलोय को मिला कर बनें मिश्रण को आधा किलो पानी में पकाएं. ध्यान रहे इसे 250 ग्राम रहने तक पकाते रहें. अब इसे छानकर कुछ दिन तक सुबह व शाम के समय गुड़ या शक्कर के साथ सेवन करने से सिर दर्द कि समस्या दूर होती है.
मोटापे से राहत
यदि आप भी मोटापे की समस्या से ग्रस्त हैं तो त्रिफला का सेवन आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा. मोटापा कम करने के लिए त्रिफला के गुनगुने काढ़े में शहद मिलाकर लें. इसके अलावा त्रिफला चूर्ण को पानी में अच्छे से उबालकर, शहद मिलाकर पीने से शरीर की चर्बी कम होती है.
इम्यूनिटी होती है मजबूत
त्रिफला चूर्ण के फायदे (triphala churna ke fayde) इसमें मौजूद तीन सामग्री के कारण है। यह सामग्री है- आंवला, बहेड़ा और हरड़। इन तीनों का मिश्रण इम्युनिटी मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इसमें आंवला के फायदे कई सारे हैं क्योंकि यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है जिस कारण यह फ्री रेडिकल से लड़ने में मदद करता है। साथ ही एंटीऑक्सीडेंट इम्युनिटी को मजबूत बनाकर फ्री रेडिकल से बचाव करते हैं। वहीं दूसरी तरफ हरितकी को सफेद ब्लड सेल प्रोड्यूज करने के लिए जाना जाता है जो बाहर से होनी वाली बीमारी से बचाव करता है। विभिताकी, शरीर में से बैक्टीरिया निकालने का काम करता है।
मूत्र पथ के संक्रमण रोकता है
कई बैक्टीरिया ऐसे होते हैं जिन पर दवाई का असर भी नहीं होता है और आखिर में इंसान को बीमार कर देते हैं। मूत्र पथ के इंफेक्शन ऐसे बैक्टीरिया के कारण ही होते हैं जिससे ब्लैडर में सूजन हो जाती है। इस स्थिति में त्रिफला चूर्ण के फायदे (triphala churna benefits in hindi) आपकी मदद कर सकते हैं। इसका सेवन करने से ऐसे बैक्टीरिया ता जन्म नहीं हो पाता है और यह बैक्टीरिया मर जाते हैं।
ब्लड प्रेशर रहता है सामान्य
जैसा कि पहले भी बताया गया है कि त्रिफला खाने से सूजन में आराम मिलता है। इसका मतलब है ब्लड वेसल्स जो नमक के संपर्क में रहती हैं वो ज्यादातर सीकुड़ जाती है जिससे खून का बहाव बढ़ जाता है। ऐसा होने पर त्रिफला के फायदे (triphala ke fayde) सूजन कम करने में मदद करते हैं और ब्लड प्रेशर को बी सामान्य बनाए रखने में मदद करते हैं।
गैस्ट्रिक छालों में देते हैं आराम
जब पेट में एसिड वातावरण खराब हो जाता है और पेट के अंदर जलन होने लग जाती है तब गैस्ट्रिक छालें हो जाते हैं। त्रिफला के फायदे (triphala ke fayde) यहां काम आते हैं। त्रिफला में मौजूद तीन सामग्री पेट के एंजाइम को सुधारती है और श्लेष्मा झिल्ली (mucous membrane) को मजबूत बनाने में मदद करती है।
त्रिफला का सेवन करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें
आपको त्रिफला के फायदे (triphala ke fayde) के बारे में जानकारी मिल गई है और अब आप इसका सेवन करने की सोच रहे होंगे। लेकिन इसका सेवन करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरुरी है।
* अगर आपको लगता है कि त्रिफला से आपको एलर्जी हो सकती है तो इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरुर लें।
* 6 साल से कम उम्र बच्चों को त्रिफला का सेवन ना कराएं।
* त्रिफला चूर्ण का सेवन ज्यादा मात्रा में करने से नींद में भी परेशानी आ सकती है।