READ MORE : बाजारों में भी खुल रही हैं किराना दुकानें, अधिकारियों को पता नहीं, कार्रवाई करें या छोड़े शिक्षक समाज में ज्ञान की रोशनी फैलाता है। इस शिक्षक ने रिटायर्ड होने के बाद पेंशन राशि से मानवता का प्रकाश फैलाया है। इस रिटायर्ड शिक्षक की सोच बड़ी है। उनका कहना है कि वे अपना जीवन जी चुके हैं। पैसे बचाकर क्या करेंगे। इस पैसे से किसी की जान बचती है, किसी को नया जीवन मिलता है तो पैसे का इससे बेहतर उपयोग और नहीं हो सकता।
कोरोना मरीजों को इसकी जरूरत है। इसीलिए उन्होंने पेंशन की रकम से मिनी वेंटिलेटर खरीदने का निर्णय लिया। चिकित्सकों ने बताया इस मशीन से ऐसे मरीजों का उपचार किया जा सकेगा जिनका ऑक्सीजन लेबल 80 से 90 के बीच रहता है।
READ MORE : गांव में लोगों की जान से खेल रहे झोलाछाप डॉक्टर, नेता प्रतिपक्ष के क्षेत्र में ही 342 क्षेत्र के जरूरतमंद मरीजों के लिए जीवनदायकरिटायर शिक्षक पुसराम सिन्हा ने शुक्रवार को बेरला शासकीय अस्पताल को जैसे ही मशीन सौंपा तुरंत वहां भर्ती एक मरीज को उपलब्ध कराया गया। मरीज को इसकी जरूरत थी।
रिटायर्ड शिक्षक सिन्हा ने यह देखकर कहा कि बैंक में रकम जमा रखने की बजाय सही समय में जरूरतमंदों के लिए उपकरण उपलब्ध कराना सही निर्णय है। बेरला बीएमओ डॉ. जितेन्द्र कुंजाम ने बताया कि यह उपकरण आपात स्थिति में मरीजों के लिए बहु उपयोगी है। मिनी वेंटिलेटर मशीन मिलने से क्षेत्र के जरूरतमंद मरीजों के लिए जीवनदायक साबित होगी।
READ MORE : बुजुर्ग ध्यान दें : घर में बाहरी व्यक्तियों से न मिलें, सोशल मीडिया और सनसनीखेज खबरों से बचें बेटे ने कहा पिता के फैसले पर गर्वअस्पताल को मशीन सौंपने के मौके पर मशीन सप्लाई करने वाली कंपनी की ओर से इंजीनियर भी पहुचे थे। उन्होंने
चिकित्सकों और स्टाफ को संचालन संबधी पूरी जानकारी दी। इस अवसर पर दानदाता पुसराम सिन्हा के पुत्र ओमप्रकाश सिन्हा व अन्य परिजन मौजूद थे। पुत्र ने ओमप्रकाश ने कहा कि उन्हें अपने पिता के इस निर्णय पर बहुत गर्व है। पैसे का इससे बेहतर उपयोग और नहीं हो सकता।