इससे पहले भी चोर-लुटेरे शराब दुकानों को निशाना बनाते रहे हैं। शराब दुकानों और उनके कर्मचारियों को पहले भी चोर-लुटेरे निशाना बना चुके हैं। पीडि़त सुरक्षाकर्मियों के मुताबिक लुटेरे बार-बार अधिक रेट में शराब बेचने का आरोप लगा रहे थे और खुद को बंजारे का आदमी बताते थे।
पुलिस के मुताबिक गुल्लू के आउटर में अंग्रेजी शराब दुकान स्थित है। दुकान में सुपरवाइजर विश्वनाथ कौशल के अलावा सेल्समैन और दो सुरक्षाकर्मी घनश्याम रात्रे और भीखमदास कार्यरत हैं। बुधवार-गुरुवार की रात करीब २.३० बजे चार-पांच युवक शराब दुकान में पहुंचे। उनके पहुंचने से पहले कुत्ते भौंकने लगे, जिससे गार्ड घनश्याम और भीखमदास जाग गए। इससे पहले की दोनों कुछ कर पाते
लुटेरों ने दोनों पर हमला कर दिया। दोनों को पीटने लगे। इसके बाद उन्हें बांध दिया गया। इसके बाद शराब दुकान का शेड वाला छत तोड़कर भीतर घुस गए। और शराब बिक्री का कुल 9 लाख 82 हजार 810 रुपए लूटकर सभी भाग निकले। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह खुद को छुड़ाया और सेल्समेन उबारन पुरैना को घटना की जानकारी दी। इसके बाद आबकारी विभाग के अधिकारियों और पुलिस को जानकारी दी गई। आरंग पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने अज्ञात लुटेरों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।
दो दिन का पैसा था
शराब दुकान में मंगलवार और बुधवार की शराब बिक्री का पैसा रखा हुआ था। मंगलवार को ४ लाख ४५ हजार ६०० रुपए की शराब बिकी थी। कृष्णजन्म अष्टमी की वजह से बैंक बंद था, जिससे बैंक में पैसा जमा नहीं कराया गया था। इसके बाद बुधवार को 5 लाख 10 हजार 800 रुपए की शराब बिक्री हुई थी। दो दिन का पैसा और पहले से कुछ और राशि मिलाकर दुकान में कुल 9 लाख 82 हजार 810 रुपए रखा हुआ था। पूरी राशि को दुकान में ही रखकर सेल्समैन दुकान में ताला लगाकर अपने घर चला गया था। दुकान की सुरक्षा में दो गार्ड तैनात थे।
बुधवार को भी जमा नहीं किया पैसा
मंगलवार को बैंकों में छुट्टी थी, लेकिन बुधवार को भी दुकान के कर्मचारियों ने पैसा बैंक में जमा नहीं कराया। और न ही थाने में पैसा रखा। इसको लेकर आबकारी अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि बिक्री की अधिक रकम होने पर संबंधित थाने में पूरी राशि को रखा जाता है।
ओवररेट का आरोप लगाते हुए पीटते रहे
पीडि़त सुरक्षाकर्मियों के मुताबिक लुटेरे बार-बार अधिक रेट में शराब बेचने का आरोप लगा रहे थे और खुद को बंजारे का आदमी बताते थे। लुटेरे हिंदी और छत्तीसगढ़ी में बात कर रहे थे। शराब दुकान आउटर में होने के कारण आसपास के लोगों को कुछ पता नहीं चल पाया। सुरक्षाकर्मी भी किसी को मदद के लिए नहीं बुला पाए। आरंग पुलिस ने अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
शराब दुकान में सुरक्षाकर्मियों से मारपीट करके चोरी की घटना हुई है। पुलिस ने अज्ञात युवकों के खिलाफ अपराध दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
-तारकेश्वर पटेल, एएसपी-ग्रामीण, रायपुर