रायपुर

आतंकी फंडिंग का आरोपी राजू खान पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार, इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़े थे तार

आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन (Indian Mujahideen) और स्लामिक स्टूडेंट मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) के स्लीपर सेल का अहम हिस्सा था पश्चिम बंगाल का राजू खान।

रायपुरDec 09, 2021 / 12:42 pm

Ashish Gupta

Terrorist In UP Update: एटीएस पूछताछ में शकील ने बताए कई राज, आत्मघाती मानव बम के लिए बनाई गई महिला विंग

रायपुर. बीते 8 साल से पुलिस को चकमा देकर आतंकी फंडिंग के मामले में फरार चल रहे राजू खान को पकड़ने में रायपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन (Indian Mujahideen) और स्लामिक स्टूडेंट मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) के स्लीपर सेल का अहम हिस्सा था पश्चिम बंगाल का राजू खान। 8 साल पकड़े जाने के बाद पुलिस ने उससे लंबी पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक राजू के बैंक खातों में डेढ़ सौ से ज्यादा बैंक खातों से टेटर फंडिंग (Terror Funding) होने का पता चला है। इतने खातों से रकम ट्रांसफर कराकर पुलिस के खुफिया तंत्र को चकमा देना था। उसके खाते में रकम ट्रांसफर करने वालों में रायपुर का धीरज साव भी शामिल था। लंबी पूछताछ के बाद बुधवार को पुलिस ने राजू को जेल भेज दिया है।
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2013 में खमतराई इलाके से पुलिस ने ठेला चलाने वाले धीरज साव को पकड़ा था। दरअसल धीरज आतंकी संगठनों के स्लीपर सेल से जुड़ा था। धीरज के पास टेरर फडिंग के जरिए पाकिस्तान से पैसा आता था। उन पैसों को वह दुर्गापुर निवासी राजू खान के बैंक खाते में ट्रांसफर कर देता था। इसके अलावा कर्नाटक के जुबैर हुसैन, उनकी पत्नी आयशा, बिहार के पप्पू मंडल को भी पैसा ट्रांसफर करता था। धीरज के अलावा राजू के पास अन्य स्त्रोतों से भी पैसा आता था।
यह भी पढ़ें: 200 करोड़ का गबन करने वाला मोस्ट वांटेड अरेस्ट, पुलिस ने रेत कारोबारी बनकर शहडोल से पकड़ा

डेढ़ सौ से अधिक बैंक खाते
पुलिस सूत्रों के मुताबिक राजू के बैंक खातों में करीब डेढ़ सौ से ज्यादा बैंक खातों से अलग-अलग दिन में राशि जमा हुए हैं। इनमें पाकिस्तान का मोहम्मद खालिद भी जुड़ा था। वह अक्सर सीधे राजू से से बात करता था। और अलग-अलग बैंक खातों से राजू के खातों में रकम डालता था। पुलिस की खुफिया टीम उन खातों की जांच कर रही है। इनमें से अधिकांश बैंक खाते अब बंद हो चुके हैं।

दुकान चला रहा था आरोपी
धीरज साव के पकड़े जाने के बाद राजू की रिगफ्तारी की आशंका थी। इससे बचने वह नौकरी छोड़कर भाग निकला था। कुछ साल बाद वापस दुर्गापुर में आकर उसने किराने की दुकान खोल ली थी। हाल में मामले से जुड़े आंतकियों को सजा हुई है। इसकी जानकारी के बाद से राजू पिछले कुछ माह से रायपुर में आना-जाना कर रहा था। इसकी सूचना पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

यह भी पढ़ें: वरमाला के बाद हुआ कुछ ऐसा, दूल्हे के घर वाले ने शादी से किया इनकार, ब‍िना दुल्‍हन लौट गई बारात

उरला सीएसपी विश्वदीप त्रिपाठी ने कहा, आरोपी राजू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पूछताछ में आए बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.