यही वजह है कि रायपुर में बेतरतीब वाहनों की पार्किंग, प्रमुख मार्गों पर बार-बार जाम, ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन, सड़क हादसे जैसी समस्याएं कम होने बजाय बढ़ती ही जा रही है। रायपुर ट्रैफिक पुलिस में बल की भारी कमी है। इसके चलते अब ट्रैफिक वार्डनों की संख्या बढ़ाने जा रही है।
ट्रैफिक वार्डन बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। ट्रैफिक वार्डनों को ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए तैनात किया जाएगा। ट्रैफिक वार्डन बिना वेतन के यातायात समस्या के निराकरण के लिए अपना योगदान देते हैं। ट्रैफिक पुलिस उनके लिए ड्रेस व जैकेट की व्यवस्था करती है।
आए दिन लगता है जाम
ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआर एंड डी) की ओर से निर्धारित मापदंडों के अनुसार शहरों का वर्गीकरण वहां के वाहनों की संख्या पर किया जाता है। इसमें छत्तीसगढ़ में 5 लाख से अधिक वाहन वाले शहरों में रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर शामिल हैं।
परिवहन अधिकारियों के मुताबिक वर्तमान में रायपुर जिले में 12 लाख से अधिक वाहन हैं। इनमें दोपहिया से लेकर चौपहिया, हल्के मालवाहक वाहन शामिल हैं। रायपुर शहर में ही 6 लाख से अधिक वाहन होना माना जा रहा है। वाहनों की संख्या अधिक होने से शहर की सड़कों पर दबाव अधिक रहता है और ट्रैफिक जाम की स्थिति बनती रहती है।
2262 की जरूरत तैनात 465 जवान
सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड सेफ्टी के निर्देशानुसार बीपीआर एंड डी ने वाहनों की संख्या के आधार पर जिलों में ट्रैफिक बल स्वीकृत किया है। इसके अनुसार रायपुर जिले में ट्रैफिक पुलिस में 2262 जवान होना चाहिए, जबकि वर्तमान में महज 465 जवान पदस्थ हैं। इनमें एएसपी, डीएसपी, टीआइ, हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल शामिल हैं। रायपुर शहर की वर्तमान स्थिति के अनुसार यह बल बहुत कम है।
खास लोगों की चिंता पहले
राजधानी होने के कारण अधिकांश वीआइपी और वीवीआइपी आवागमन अधिक होता है। इस दौरान ट्रैफिक पुलिस को शहर की व्यवस्था छोड़ वीवीआइपी और वीआइपी के लिए यातायात व्यवस्था संभालनी पड़ती है। इसके लिए अतिरिक्त बल नहीं है। ट्रैफिक पुलिस को ही तैनात करते हैं। आम लोगों को ट्रैफिक समस्याओं से जूझना पड़ता है।
रायपुर डीएसपी-ट्रैफिक सतीश सिंह ठाकुर ने कहा, ट्रैफिक में बल की कमी की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों के माध्यम से पुलिस मुख्यालय भेजी गई है। ट्रैफिक पुलिस में निशुल्क सेवा देने के इच्छुक लोगों को ट्रैफिक वार्डन के तौर पर तैनात किया जा रहा है। ट्रैफिक वार्डन से ट्रैफिक समस्याओं के समाधान में मदद मिलती है।