पॉल्यूशन भी होगा कम
प्रवेश कहते हैं, हम बीते 3 से 4 सालों से इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। हमारा मकसद है लोग कार की बजाय बसों में ट्रेवल करें। लोगों के पास ऐसा कोई प्लेटफार्म नहीं था जिससे उन्हें बसों से जुड़ी जानकारी मिले। मैं रायपुर से हूँ तो वहां भी मैंने यह बात रखी थी।कोरोनकाल में फायदेमंद
इस ऐप के जरिये स्कैनिंग से किराया पे किया जा सकेगा। इससे आप कंडक्टर से दूरी बनाकर रहेंगे ही ऐप से दूरी के मुताबिक भाड़े का पता चल जाएगा। हमने बस क्रमांक 373 में ट्रायल किया है। लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला। कोरोनार के चलते प्रत्येक बस में 20 से 22 यात्रियों को ही एंट्री दी जा रही है।आईआईटी बॉम्बे से पासआउट
प्रवेश साइंस कॉलेज के रिटायर्ड प्रोफेसर ए.सी.बियानी के पुत्र हैं। बारहवीं तक की पढ़ाई रायपुर से करने के बाद आईआईटी मुंबई से बीटेक किया। पीएचडी के बाद वे ट्रिपलआईटी में एसोसिएट प्रोफेसर हैं।