पूरा सत्र बढ़ेगा आगे
विभागीय सूत्रों की माने तो विश्वविद्यालय का नया शैक्षणिक सत्र कोरोना संक्रमण की वजह से रीशेड्यूल करना पड़ सकता है। जुलाई की जगह अगस्त या उसके बाद के महीने में नए सत्र की शुरुआत होने पर सत्र का समापन 30 अप्रैल तक नहीं हो सकेगा। ऐसा करने से कई साल तक सत्र खराब होता रहेगा। इसका सीधा असर दिखने की और मेडिकल के विद्यार्थियों पर भी पड़ेगा।
आदेश जारी नहीं होने से तैयारी प्रभावित
प्रवेश प्रक्रिया (University Admission 2020) और शैक्षणिक सत्र में लेटलतीफी होने से स्नातक के विद्यार्थियों की तैयारी प्रभावित होगी। पीएससी, यूपीएससी समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं का कैलेंडर पूर्व निर्धारित होता है। स्नातक के विद्यार्थी ही इन प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने की पात्रता रखते हैं। निर्धारित समय में तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों का परिणाम घोषित न होने की वजह से इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ सकता है।